रतलाम : भाड़ा नहीं निकलने पर व्यापारियों ने फैंकी क्विंटलो मिर्ची – दाम कम मिलने से किसान भी परेशान
रतलाम । टमाटर के दाम गिरने के बाद अब हरी मिर्ची के भी दाम गिर गए है। बम्पर आवक से मिर्ची के दाम 5 रुपये किलो ही रह गए है। जिसके बाद अब व्यापारी खरीदी गई मिर्ची ट्रेक्टर में भर कर फेंक रहे है। वहीं, खवासा, पेटलावद और सारंगी गांव से आए किसानों की फसल नीलाम ही नहीं हो पाई है। मिर्ची फेंक रहे व्यापारियों का कहना है कि 5 दिन में मिर्ची के दाम 20 रुपये से घट कर 5 रुपये प्रति किलो ही रह गए है। जिससे माल अन्य मंडियों में पहुंचाने का भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा है। इस कारण वह क्विंटलो मिर्ची फेंकने को मजबूर हैं। मंडियों में कई किसान अपनी फसल छोडकर भी जा रहे हैं। जिससे सब्जी मंडी में मिर्ची का ढेर लग गया है। दरअसल मिर्ची की फसल के बम्पर उत्पादन के कारण मिर्ची के दाम गिरने लगे हैं। क्षेत्र के प्रमुख मिर्ची उत्पादक गांव खवासा, पेटलावद, सरवड़ और सारंगी से आए किसानों का कहना है कि पहले टमाटर और अब मिर्ची के गिरे दामों ने किसानों की कमर तोड़ दी है। मंडी में व्यापारी भी खरीदा हुआ माल फेंकने को मजबूर हैं। व्यापारी मोहम्मद रफत ने बताया कि खरीदा हुआ माल जयपुर और दिल्ली की मंडियों में भेजने का भाड़ा ही नहीं निकला है। आज करीब 15 ट्रॉली खरीदा हुआ माल फेंक दिया है।