संस्कृत के बाद हिंदी का सबसे बड़ा 4 लाख शब्दों का अतुल्य शब्दकोश

पूर्व जस्टिस उमेश चंद्र माहेश्वरी ने विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत

ब्रह्मास्त्र महू। शिक्षा शिखर विद्यालय के प्रांगण में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित भव्य कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायाधीश एवं पूर्व उपलोकायुक्त श्री उमेश चंद्र माहेश्वरी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी हमारी संस्कृति, सभ्यता ,भावना एवं राष्ट्रभक्ति का प्रतीक हैl हिंदी भाषा का अनेक शताब्दियों का दीर्घकालीन एवं गौरवशाली इतिहास जिसमें भारतवर्ष की अनेक लोक भाषाओं का समागम करते हुए संस्कृत भाषा के बाद सबसे बड़ा चार लाख से भी अधिक शब्दों का अतुल्य शब्दकोश है। किसी भी देश का विकास तीन बातों पर निर्भर करता है भाषा, वेशभूषा और संस्कृति l हमारे देश की संस्कृति का अस्तित्व बनाए रखने में भील और आदिवासी समाज का विशेष योगदान है l
हिंदी पखवाड़े के तहत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं शब्दकोश, तात्कालिक भाषण व कहानी बनाओ एवं सुनाओ में विजेता छात्र- छात्रों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित कियाl विद्यालय प्राचार्य श्रीमती ज्योति माहेश्वरी ने साहित्यिक एवं खेलकूद गतिविधियों का विवरण दिया। आभार प्रदर्शन करते हुए विद्यालय के संचालक एवं निदेशक कैप्टन अशोक माहेश्वरी ने हिंदी भाषा को सांस्कृतिक, व्यापारिक एवं तकनीकी विकास के माध्यम से विश्व की सर्वोच्च बोलने वाली भाषा बनाने का आह्वान किया l