किसानों के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी, मृत किसान के खाते से भी निकाल ली राशिउज्जैन दक्षिण विधानसभा कांग्रेस नेता जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह के नेतृत्व में किसानों ने खोला मोर्चा
उज्जैन । किसानों के साथ हुई करोड़ों की धोखाधड़ी के खिलाफ जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह ने किसानों के साथ भरतपूरी स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा कार्यालय का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया। यहां किसानों का आक्रोश चरम पर था। क्योंकि मृतक किसान के खाते से भी राशि निकाल गई वहीं करोडो के घोटाले के बाद भी बैंक प्रबंधन ने एफआइआर तक नहीं कराई।
उज्जैन दक्षिण विधानसभा कांग्रेस नेता अजीतसिंह ने के नेतृत्व में किसानों ने शुक्रवार को भरतपूरी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा कार्यालय पर घेराव कर नारेबाजी करते हुए धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की माँग की। साथ ही सेवा सहकारी बैंक की शाखा लेकोडा के सेक्रेटरी निशिकांत चावण्ड पर भी किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिन किसानों का लोन हुआ 18 हजार उन पर रिकवरी ढाई से 3 लाख निकाल दी। जो मृत हो गए उन लोगों के खातों को चालू कर पैसे भी निकाल लिए गए। फर्जी विड्राल देकर जिन खातों से राशि निकल ली जिन खातों की लिमिट बनी थी वो राशि किसानों से खातों में जमा करवा ली। मगर सेक्रेटरी ने बैंक में राशि जमा नहीं करवाई। किसानों की खाद की राशि भी अपने पास रख ली और खाद उपलब्ध नहीं करवाया। अजीतसिंह ने कहा कि इस मामले में दोषियों पर कार्यवाही नहीं की जा रही और दोषियों को भागने का मौका दिया जा रहा है उन्हें गिरफ्तार नही किया गया। इस अवसर पर अर्जुन पटवारी, राकेश दादू, दिनेश इंदौरी, गब्बर क्वेलू, सुभाष पटेल, मनोज मुकाती, ओम राणा, ईश्वर राजा, सनी पटेल, तुलसीराम मामा, सुनील पटेल, रामेश्वर मुकाती, माखन पटेल, रवि पटेल सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
अजीतसिंह ने बताया कि बैंक से किसानों के स्टेटमेंट निकाले गए तो किसानों के पैरो से जमीन खिसक गई। दो किसानों की मौत के बाद राशि निकाल ली गई। कई किसानो की लोन राशि जमा होने के बाद भी उनके खाते में लाखों रुपए की ड्यू राशि दिखा रहा है। लेकोड़ा सेवा सहकारी संस्था के सेकेरेट्री के पद पर कार्यरत निशिकांत चव्हाण द्वारा किसानों को राशि कम देने और बिना बताए राशि निकालने का मामला सामने आया है। किसानों ने आरोप लगाया कि चव्हाण ने किसानों के ऋण से चार गुना अधिक ऋण निकला लिया। जब किसान बैंक में ऋण लेने पहुंचे तो पता चला की पहले से किसानों का ओवर ड्यू चल रहा है। लेकिन मामले अब तक एफआईआर दर्ज नहीं होने और किसानों को सही जानकारी उपलब्ध नहीं करवाने को लेकर किसानो ने जिला सहकारी बैंक की भरतपुरी शाखा में प्रदर्शन किया। किसानो ने आरोप लगाया कि सेकेरेट्री निशिकांत चव्हाण 700 किसानों से 8 करोड़ रुपए का गबन कर फरार है। इसके बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। अजीतसिंह ने बताया कि किसानो के बीच पहुंचे बैंक के एमडी विशेष श्रीवास्तव के सामने किसानों ने अपनी बात रखी। 20 वर्ष से लेकोड़ा में आरोपी निशिकांत काम कर रहा था ,उसने सभी का विश्वास जीतकर गबन को अंजाम दिया। यही नहीं दो मृतक किसानों को भी नहीं छोड़ा उनके खाते से भी लाखों रुपए निकाल लिए। किसान सालिग्राम सावंत की दो वर्ष पहले मौत हो चुकी है। उनके खाते को भी नहीं छोड़ा।