इंदौर के डॉक्टरों को अब नहीं लेना होगा व्यापार लाइसेंस, प्रस्ताव को मिली मंजूरी
इंदौर । इंदौर में डाक्टरों को अब व्यापार लाइसेंस नहीं लेना होगा। महापौर परिषद की गुरुवार को हुई बैठक में इस संबंध में रखे प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई। यह निर्णय भी लिया गया कि झांकी की दशकों पुरानी परंपरा सहेजने के लिए नगर निगम भी योगदान देगा। हर मिल को झांकी निर्माण के लिए दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे। बैठक में 55 प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इनमें से ज्यादातर को स्वीकृति मिल गई। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भवन अनुज्ञा और संपत्ति कर में छूट देने के प्रविधान तैयार करने, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 834 ईडब्ल्यूएस व एलआइजी हितग्राहियों को आवासीय इकाइयों के आवंटन का निर्णय भी लिया गया।
महापौर सभाकक्ष में गुरुवार को हुई यह बैठक शाम 5 बजे के लगभग शुरू हुई। निगमायुक्त हर्षिका सिंह, महापौर परिषद सदस्य राजेंद्र राठौर, अश्विनी शुक्ल, अभिषेक शर्मा, नंदकिशोर पहाडिया, राजेश उदावत, निरंजनसिंह चौहान, राकेश जैन, जीतू यादव, मनीष शर्मा मामा, प्रिया डांगी, सभी अपर आयुक्त, सभी विभाग प्रमुख उपस्थित हुए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने चंद्रयान-3 की सफलता पर इसरो के विज्ञानियों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इंदौर के रेलवे स्टेशन 5 और 6 के पास चंद्रयान-3 की प्रतिकृति बनाने की स्वीकृति दी।
मेयर आइडिया चैलेंज, देंगे पुरस्कार : बैठक में निर्णय लिया गया कि मेयर आइडिया चैलेंज नवाचार के तहत इंदौर में विकास की दृष्टि से विभिन्न क्षेत्रों जैसे पर्यावरण, डिजिटाइजेशन, स्वास्थ्य, राजस्व वृद्धि, स्मार्ट सिटी के तहत जनता से नए विचार प्राप्त किए जाएंगे। इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। मेयर आइडिया चैलेंज के माध्यम से उल्लेखित घटकों में प्राप्त विचारों में से चयनित प्रथम, द्वितीय और तृतीय प्रतिभागियों को 10 हजार, पांच हजार और ढाई हजार रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा।