खंडवा। जिले में बारिश और नदियों में तूफान……चार किसानों समेत ट्रेक्टर बहा,दो लापता
खंडवा। जिले में बारिश और नदियों में तूफान के कारण अधिकृत किसी की मौत की जानकारी नहीं है, लेकिन एक गांव में ट्रैक्टर बहाने से दो लोग अभी तक नहीं मिले हैं। शुक्रवार शाम तक 2 दिन में 9 इंच से ज्यादा वर्षा नापी गई है। यह भी एक रिकॉर्ड है।कलेक्टर ने जिले में स्कूलों की छुट्टी कर दी है। आबना नदी में भी बाढ़ है। कलेक्टर और एसपी भी नदी को देखने और निचली बस्तियों में लोगों को समझाने पहुंचे। कुछ इलाकों के लोगों को शिफ्ट किया गया है।
खंडवा का इंदौर सनावद, मूंदी पंधाना, आशापुर खालवा और अन्य छोटे रास्तों से भी संपर्क टूट गया है। यह शहर लगभग 31 किलोमीटर के दायरे में टापू जैसा बन गया है। दो बड़े जलाशय और सूक्ता व नागचुन जैसे डैम के कारण आज की स्थिति में खंडवा जिले का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा जलमग्न हो चुका है। खंडवा के बड़ा बम में एक मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया। उस पर पुराना पेड़ गिर पड़ा। होशंगाबाद रोड का टिठिया पुल जाम का कारण बना। यहां ट्रक रपट गया और उसने रास्ते बंद कर दिए। लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है।
गुरुवार रात से ही कई क्षेत्रों में बिजली बंद है। सिविल लाइन जैसे इलाके में भी बिजली की आवाजाही से परेशानी हो रही है। ओंकारेश्वर की निचली बस्तियां डूब चुकी है। गोपाल मिडवे और मोरटक्का का पुल जलमग्न हो गए हैं। मुख्यमंत्री 18 सितंबर को जहां शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करने वाले थे। वह क्षेत्र भी कट गया है। रपटे पर इतना पानी है, कि शनिवार को भी शायद ही खुल पाए।