विद्यार्थियों से संपर्क साधने में जुटे राजनीतिक दल, भाजपा-कांग्रेस के युवा संगठन सक्रिय
इंदौर । इंदौर को सिर्फ प्रदेश की औद्योगिक राजधानी ही नहीं बल्कि शैक्षणिक राजधानी भी माना जाता है। राष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट शिक्षण और कोचिंग संस्थान यहां हैं। यही वजह है कि प्रदेशभर से विद्यार्थी यहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी और नियमित पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं।
विद्यार्थी राजनीतिक दलों के लिए आकर्षण का केंद्र
शहर में 1200 से ज्यादा हास्टल हैं, जिनमें 60 हजार से ज्यादा विद्यार्थी रहते हैं। 15 से 20 हजार विद्यार्थी घरों में पेईंग गेस्ट के रूप में रहते हैं। इसके अलावा करीब 20 हजार विद्यार्थी हैं जो शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में कमरे लेकर रह रहे हैं। चुनावी मौसम में ये एक लाख से ज्यादा विद्यार्थी राजनीतिक दलों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। दोनों ही प्रमुख दल इन विद्यार्थियों तक अपनी विचारधारा पहुंचाने में जुटे हैं।
भाजपा और कांग्रेस की बी टीम यानी यूथ विंग कभी गणेशोत्सव के बहाने तो कभी युवाओं की मदद के नाम पर इन विद्यार्थियों के बीच पहुंच रही हैं। उद्देश्य है सिर्फ और सिर्फ चुनाव से ठीक पहले ज्यादा से ज्यादा युवाओं तक पार्टी की विचारधारा पहुंचाना।
इंदौर को इसलिए चुना है : राजनीतिक दलों ने विद्यार्थियों तक पैठ बनाने के लिए इंदौर को इसलिए चुना है क्योंकि यहां प्रदेश के श्रेष्ठ इंजीनियरिंग संस्थान एसजीएसआइटीएस के अलावा एमजीएम मेडिकल कालेज सहित निजी मेडिकल कालेज, सिंबायसिस और नरसीमोंजी, रैनेसा, वैष्णव, मालवांचल जैसे विश्वविद्यालय हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालयों के दो दर्जन से अधिक बड़े हास्टलों और एक हजार से अधिक निजी हास्टल हैं।