महिदपुर : अनुत्पादक कार्यो पर खर्च करने से जनता को कोई फायदा नहीं-नवलखा
महिदपुर । म.प्र. की शिवराजसिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार निरंतर कर्ज के उपर कर्ज व कर्ज का ब्याज अदायगी हेतु कर्ज लेकर म.प्र. को कर्ज के दल दल में डूबा देकर म.प्र. की आर्थिक माली हालात बद से बदतर कर कंगाल करती जा रही है। शीर्ष आर्थिक रणनीतिकार व विशेषज्ञ सिर्फ राजनीतिक लाभ सत्तारुढ़ दल को पहुंचाने हेतु विश्लेषण की नीतिको विलोपित कर अंधाधूंध कर्ज दिये जा रही है जिसका फौरी तोर पर आम जनता को कोई सीधा लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है व न होगा। बड़ी बड़ी परियोजनाओं व व्यक्तिगत योजनाओं का राज्य सरकार भण्डारा खोलकर राजनीतिक लाभ प्राप्त करने हेतु दोनो हाथों से रेवड़ियां बांट रही है जिससे कर अदायगी वाले ईमानदार करदाताओं पर क्या बीत रही है, इसकी पीड़ा व त्रासदी तो सिर्फ वे ही जान सकते है। प्रजातंत्र में केन्द्र व राज्य सरकारों को जनवेदना व पीड़ा का ध्यान रख कर नीतियां व कार्यक्रम बनाना चाहिये। राजशाही भोगी वरिष्ठतम अधिकारियों को प्रजातंत्र के नैतिक मूल्यों का भी संरक्षण करना चाहिये न कि गलत नीतियों का दोहन। इसी माह में राज्य सरकार 7 सितम्बर को एक हजार करोड़ व फिर दो दिन पहले 1 हजार करोड़ का कर्ज लिया है। यह कर्ज लेने का क्रम कहां जाकर रुकेगा, उत्पादक व पूंजीगत कार्यो के लिये लिया कर्ज व उस पर खर्च को उचित ठहराये जाने की दलील तो सरकार द्वारा दी जा सकती है किन्तु उन खर्चो व कर्जो को तो कदापि उचित नहीं ठहराया जा सकता है। जो अंतिम उपयोगकर्ता व शासन को भी कोई लाभ नहीं दिलाया जा सकता है । कर्ज के पिटारे से जनता त्राही त्राही कर मुद्रा स्फिति के तांडव का आकलन जनता के सिर पर बोझा बनकर जनता अपनी अनिवार्य आवश्यकताओं की वस्तुए खरीदने के लिये विवश व लाचार होकर खरीदने की क्रय शक्ति क्षीण कर बैंठेंगे। सरकार को समाज के सबसे अंतिम गरीब व्यक्ति व परिवार को केन्द्रीत कर नीतियां बनाना चाहिये। उक्त महत्वपूर्ण व्यक्तव्य म.प्र. कांग्रेस के प्रवक्ता व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक नवलखा ने देते हुए शासन से अनुरोध किया है कि बेशर्मी से बेसितम राशि कर्ज लेकर खर्च नहीं करने का दृढ़ संकल्प लें।