देशभर के श्रद्धालुओं को महाकाल का गर्भगृह खुलने का इंतजार
– 4 जुलाई से बंद है मंदिर के अंदर आम प्रवेश
– भीड़ व अन्य कारणों से समिति नहीं खोल रही
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
देशभर के श्रद्धालुओं को उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर का गर्भगृह खुलने का बेसब्री से इंतजार है। 4 जुलाई को शुरू हुए श्रावण के अधिकमास के चलते मंदिर प्रबंध समिति गर्भगृह में आम प्रवेश पर रोक लगाई लगा दी थी जो अब तक जारी है। गर्भगृह के अंदर वर्तमान में केवल मंदिर के अधिकृत पंडे-पुजारी ही आरती-पूजा करने व जल चढ़ाने जा सकते हैं।
श्रद्धालुओं को अब गर्भगृह चालू होने के इंतजार है। लेकिन सूत्रों की माने तो मंदिर प्रबंध समिति भीड़ व विवादों से बचने के लिए फिलहाल गर्भगृह में प्रवेश चालू करने के पक्ष में नहीं है। इसलिए मंदिर प्रबंध समिति की बैठक होने के बावजूद गर्भगृह में प्रवेश चालू करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया। 4 जुलाई को श्रावण मास शुरू हुआ था। इस बार श्रावण का अधिकमास होने से लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए समिति ने गर्भगृह में प्रवेश बंद रखने का निर्णय लिया था। दो माह तक गर्भगृह में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया। आम व खास सभी ने बाहर से ही दर्शन किए। हालांकि गर्भगृह में प्रवेश बंद का निर्णय 11 सितंबर तक का ही था। इसके बाद बैठक में निर्णय होना पर नहीं हो सका।
कलेक्टर ने कहा था अलग
से बैठक कर करेंगे चर्चा
11 सितंबर को महाकाल की शाही सवारी निकलने के बाद सभी को उम्मीद थी कि गर्भगृह में प्रवेश खोल दिया जाएगा। सभी को मंदिर प्रबंध समिति की बैठक का इंतजार था। लेकिन जब बैठक हुई तो इस विषय पर गंभीरता से कोई बात नहीं की जा सकी। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा था कि इसे लेकर अलग से बैठक रखकर चर्चा कर निर्णय लेंगे। लेकिन वह अलग बैठक आज तक नहीं हो सकी। लोगों को गर्भगृह चालू होने का इंतजार ही कर रहे हैं।
चुनाव भी हो सकते हैं गर्भगृह
को अभी नहीं खोलने का कारण
आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होना है। इसके लेकर पूरे प्रदेश की राजनीति में हल चल मुचा हुआ है। वहीं कुछ दिनों में चुनाव आचार संहिता भी लागू होने वाली है। ऐसे में वीआईपी नेताओं का मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए जमावड़ा लगेगा। इसको ध्यान में रखते हुए भी प्रशासन ने अभी गर्भगृह नहीं खोलने का कोई गोपनीय निर्णय ले लिया है। इस बात की भी मंदिर के गलियारों में चर्चा है।गर्भगृह चालू तो 1500 की टिकट
पर दो लोग जल चढ़ा सकते हैं
महाकाल के गर्भगृह में जब आम प्रवेश चालू रहता है तो मंदिर प्रबंध समिति से 1500 रुपए की टिकट लेकर 2 श्रद्धालु निर्धारित ड्रेस कोड का पालन कर गर्भगृह में जाकर भगवान को जल चढ़ा सकते हैं। लेकिन फिलहाल यह टिकट समिति ने बंद कर रखी है। इसकी ऑनलाइन बुकिंग भी होती है।