संजा लोकोत्सव में लोकनाट्य माच की प्रस्तुति ने बांधा समा

उज्जैन। संजा लोकोत्सव में 1 अक्टूबर को प्रातः लोक और जनजातीय साहित्य एवं संस्कृतिःसामाजिक परिवर्तन, विविध परम्पराएं और शैलियां विषय पर अतंरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शाम को मां ब्रह्माणी माच कला मंडल द्वारा श्री बाबूलाल देवड़ा के निर्देशन में नानी बाई को मायरो लोकनाट्य माच की प्रस्तुति हुई। लोकोत्सव की विस्तृत जानकारी देते हुए संस्था अध्यक्ष डॉ शिव चौरसिया ने बताया प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था द्वारा संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज, दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर, संस्कृति संचालनालय भोपाल, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड, अवंतिका यूनिवर्सिटी के सहयोग से आयोजित अखिल भारतीय संजा लोकोत्सव का शुभारंभ हर्ष उल्लास के साथ हुआ। इस अवसर पर वरिष्ठ लोकनाट्य माच कलाकार मांगीलाल चौधरी गोंसावाले का प्रतिकल्पा पारंपरिक कला सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अतिथि के रुप मे डॉ. बालकृष्ण शर्मा पूर्व कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय, अनिता पवांर निदेशक प्रेमचन्द संजनपीठ, डॉ. पुरन सहगल वरिष्ठ साहित्यकार, मनासा उपस्थित थे।  संजा लोकोत्सव में आज अखिल भारतीय संजा लोकोत्सव की द्वितीय दिवस आज 2 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे से पंडित सूर्यनारायण व्यास कालिदास अकादमी में लोकनृत्य एवं लोकगीत की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा प्रतियोगिता संयोजक लोकेश सिंह तोमर ने बताया की प्रतियोगिताएं भिन्न-भिन्न आयु वर्गों में होगी ।जिसमें मध्य प्रदेश के वरिष्ठ कला गुरुओं को निर्णायक के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस प्रतियोगिता में उज्जैन के अलावा अन्य कई शहरों के प्रतियोगी भी भाग लेंगे।