नेताओं की सांसें अटकी, जनता में चल रही अटकलें

सुसनेर। विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेशभर में सरगर्मी तेज हो गई है। इसको लेकर सुसनेर में भी महीनों से राजनीति हलचल चल रही है। भाजपा ने उम्मीदवार तय कर तीन सूची जारी कर दी है। पहली और दूसरी सूची में 39 नाम तय हुए। तीसरी सूची में एक ही नाम दिया। तीनों सूची से सुसनेर विधानसभा नदारद है। कांग्रेस ने तो अब तक एक भी सूची जारी नहीं की है। ऐसे में दोनों दलों के नेताओं की सांसें अटकी हुई हैं, वहीं उम्मीदवारों को लेकर जनता में अटकलें चल रही हैं। उम्मीदवारों को लेकर दोनों दलों में मामला फिलहाल अधर में है। दोनों ही पार्टी में किस व्यक्ति पर पार्टियाँ दांव लगाती है यह बात अभी पर्दे के पीछे है। भाजपा के द्वारा जारी की गई अपनी सूचियों में दिग्गज नेताओं को भी चुनावी मैदान में उतारा है। ऐसे में सुसनेर में राजनीतिक माहौल में भी खासी हलचल मची हुई है। दावेदारों के अलावा अन्य नामों को लेकर भी चर्चा का बाजार गर्म है। वहीं कांग्रेस में दावेदारी जताने के बाद से अब तक कुछ भी पुख्ता सामने नहीं आया है।
कांग्रेस में दावेदारों की लंबी सूची
कांग्रेस में दावेदारों की सूची लंबी है और सभी नेता अपने-अपने स्तर पर इसे पुख्ता बता रहे हैं। हालांकि सुसनेर विधानसभा में कांग्रेस नेता भेरूसिंह परिहार का नाम टिकिट की चर्चा में आगे बताया जा रहा है। ये क्षेत्र में लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय है, हालाकि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से उम्मीदवार बनाए गए इनके पुत्र महेंद्र परिहार के चुनाव हारने सहित अन्य कारणों के चलते इनकी उम्मीदवारी को लेकर सशंय है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह चौहान राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सुसनेर पहुंचने के बाद से टिकिट के दावेदरों में प्रबल रूप से सामने आए हैं किंतु राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में राजपूत समाज के उम्मीदवार की अधिकता के चलते उम्मीदवारी पर संशय पैदा कर रखा है। इसके अलावा दावेदारों की लिस्ट लंबी है। इसमें प्रमुख रूप से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बंशीलाल पाटीदार एवं जीतू पाटीदार के अलावा कैलाश पाटीदार व समर्थ अंबावतिया शामिल है। ये सभी पाटीदार समाज से आते हंै। ये राजनीति सहित आमजन में अच्छी पैठ रखते हंै। जिला अध्यक्ष रहते हुए बंशीलाल पाटीदार एवं ब्लाक अध्यक्ष के तौर पर कैलाश पाटीदार का आमजन से सीधा जुड़ाव है। जिलाध्यक्ष रहते बंशीलाल पाटीदार कार्यकर्ताओं की पसंद हैं। जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने के बाद जीतू पाटीदार कांग्रेस में नए चेहरे के रूप में सामने आए हंै। इनकी शैली कीर गुटबाजी से परे हैं और समाज सेवा कार्य करते हुए आमजन में अलग पहचान रखते हैं। तो वहीं जिला सेवादल अध्यक्ष समर्थ अम्बावतिया क्षेत्र में 2 बार विधायक रहे वलल्भ अम्बावतिया की वजह से पहचाने जाते हंै। इनके अलावा भी कुछ नाम आला कमान तक पहुंचे हैं।
भाजपा में कड़ी मशक्कत
टिकट को लेकर भाजपा में कड़ी मशक्कत होना है। इस कारण इस पर सबकी नजर है। हालांकि इसमें दावेदारों की सूची लंबी नहीं है। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष दिलीप सकलेचा का नाम सबसे आगे बताया जा है। इनके अलावा कुछ समय पूर्व भाजपा में शामिल हुए वर्तमान विधायक राणा विक्रम सिंह भी दावेदारों की लिस्ट में शामिल है। इनके समर्थक भले ही अपने नेता का टिकिट तय मान रहे हैं किंतु फैसला केंद्रीय चुनाव समिति के माध्यम से होना है। साथ ही पूर्व विधायक मुरलीधर पाटीदार भी अपनी दावेदारी कर रहे हैं। चुनाव नजदीक आ रहे हैं और ऐसे हालात में दोनों ही पार्टी के नेता कार्यकर्ता और आम जनता को उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होने का इंतजार है।