खंडवा रोड पर बने नई अनाज मंडी, पुरानी मंडी बन रही विकास में बाधा

कैट प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री के सामने रखी मांग

इंदौर। छावनी मंडी को स्थानांतरित करने की मांग एक बार फिर उठी है। कन्फडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मांग उठाते हुए राज्य सरकार द्वारा नई मंडी बनाने में की जा रही लेटलतीफी पर भी चिंता जताई है। दरअसल, जगह की कमी और शहर की ट्रैफिक समस्या को देखते हुए छावनी अनाज मंडी को नई जगह शिफ्ट करने की बात करीब चार वर्षों से चल रही है। हालांकि अब तक जगह तय नहीं हो पाई है।
कैट के प्रतिनिधिमंडल ने नई मंडी बनाने की मांग केंद्रीय नगरीय विकास आवास एवं पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पूरी के सामने रखी। कैट के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री से होटल में मुलाकात की। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेश गुप्ता के साथ मिलने पहुंचे प्रतिनिधियों ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर तेजी से काम करते इंदौर में पुरानी मंडी न केवल विकास में बल्कि व्यापारी की दृष्टी से भी बाधा पैदा कर रही है।
शहर के ट्रैफिक के बीच माल का आवागमन कारोबारी और किसानों के लिए परेशानी भरा साबित हो रहा है। इसके चलते इंदौर का व्यापार कम हो रहा है। शहर में नई सुविधाओं के साथ मंडी की स्थापना की बात अरसे से हो रही है लेकिन काम आगे नहीं बढ़ रहा। कैट ने केंद्रीय मंत्री को लिखित ज्ञापन देते हुए मांग की कि खंडवा रोड पर नई मंडी स्थापित की जाना चाहिए। इस हेतु केंद्र सरकार राज्य से बात कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाए।

आनलाइन बिजनेस के लिए नियमावली लागू हो

जमीन की उपलब्धता के लिए दोनों सरकारें मिल कर काम करें। कैट के सदस्यों ने केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे आनलाइन व्यापार ड्राफ्ट को जल्द अमल में लाने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि देश के छोटे-मंझोले कारोबारियों की रक्षा के लिए आनलाइन कारोबार के लिए नियमावली लागू करना जरुरी है। सरकार को इस कार्य को प्राथमिकता से लेना चाहिए।
मंत्री ने आश्वस्त किया कि आनलाइन कारोबार के मामले पर खाका तय हो चुका है। इसमें सभी पक्षों की राय ली जा रही है। सरकार व्यापार-व्यवसायियों के साथ है। मंडी के विकास को लेकर उन्होंने राज्य सरकार से समन्वय की बात कही।