शालिग्राम हॉस्टल में गुंडागर्दी, पुलिस कंट्रोलरूम पर प्रदर्शन -छात्रों ने सीएसपी पर लगाया अभद्रता करने का आरोप

उज्जैन। शालिग्राम हॉस्टल में रविवार-सोमवार रात हुई गुंडागर्दी के मामले ने सोमवार को तूल पकड़ लिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने पुलिस कंट्रोलरूम पर एक घंटे तक प्रदर्शन किया और सीएसपी पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए निलंबित करने की मांग रखी।भाविप के दर्जनों कार्यकर्ता और शालिग्राम हॉस्टल के छात्र दोपहर में रैली के साथ पुलिस कंट्रोलरूम पहुंचे। अभाविप नेता आदर्श चौधरी के साथ आये छात्रों और कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और सीएसपी सुमित अग्रवाल को निलंबित करने की मांग करने लगे। हंगामा बढ़ता देख एएसपी जयंत राठौर और गुरूप्रसाद पारशर छात्रों से चर्चा करने पहुंचे, छात्रनेता ने बताया कि रात 12.30 बजे हॉस्टल में एनएसयूआई के कार्यकर्ता बाहरी तत्वों के साथ पहुंचे थे, उन्होने हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के साथ मारपीट की और चाकू मारने की धमकी देने लगे। विद्यार्थी परिषद को पता चला तो वह हॉस्टल पहुंचे। छात्रों को धमकाने वाले भाग निकले थे। माधवनगर पुलिस को सूचना दी गई, रात 1 बजे पुलिस पहुंची और कोई कार्रवाई नहीं की। जब अभाविप के कार्यकर्ता शिकायती आवेदन देने माधवनगर थाने पहुंचे तो वहां सीएसपी सुमित अग्रवाल ने अभद्रता की, उन्होने गाली-गलौच कर हेलमेट नहीं लगाने और गाडिय़ों के दस्तावेज मांगते हुए धमकाने का प्रयास किया। छात्रनेता आदर्श चौधरी ने सीएसपी को निलंबित करने की मांग रखी। करीब एक घंटे तक पुलिस कंट्रोलरूम पर प्रदर्शन चलता रहा। एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि छात्रों की मांग को लेकर 15 दिनों में जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वसन दिया गया है।
15 दिन बाद करेगें उग्र आंदोलन
छात्र नेता आदर्श चौधरी का कहना था कि वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच कमेटी बनाकर 15 दिन में जांच का आश्वासन देकर उचित कार्रवाई की बात कहीं है, अगर  जांच के बाद सीएसपी पर कार्रवाई नहीं हुई तो 15 दिन बाद उग्र आंदोलन किया जाएगा और पुलिस कंट्रोलरूम परिसर में ही प्रदर्शन होगा। हॉस्टल में छात्रों को धमकाने वाले हर्ष चौहान, मुकुल उपाध्याय, सौरभ पंडित है। जिनके खिलाफ पूर्व में भी माधवनगर पुलिस कार्रवाई कर चुकी है।
प्रदर्शन में शामिल हुई थी छात्राएं
अभाविप कार्यकर्ता, हॉस्टल छात्रों के साथ पुलिस कंट्रोलरूम पर प्रदर्शन में दर्जनों छात्राएं भी शामिल हुई थी। जिसके चलते पुलिसबल बुला लिया गया था। छात्राओं ने भी सीएसपी के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन समाप्त होने के बाद छात्र और कार्यकर्ता परिसर के बाहर खड़े हो गये थे। जिस पर कुछ छात्राओं ने उन्हे आचार संहिता का हवाला देकर हॉस्टल और घरों को लौटने के लिये कहा।