गंभीर हालत में लाए थे, नाबालिग की गई जान -पांच दिन पहले झुलसा था पटाखों से
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) गंभीर हालत में शनिवार को परिजन झुलसे नाबालिग को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। नाबालिग का पांच दिनों से बडऩगर में उपचार चल रहा था, लेकिन उज्जैन में उसकी जान नहीं बच पाई। नाबलिग पटाखों से झुलसा था। जिला अस्पातल पुलिस चौकी ने बताया कि बडऩगर के ग्राम पीर झालार से कृष्णा पिता प्रेमसिंह भीम 13 वर्ष को परिजन जिला अस्पताल लेकर आये थे। कृष्णा बुरी तरह से झुलसा था, उसे बडऩगर से रैफर किया गया था। हालत देख उसे बर्न वार्ड में भर्ती किया गया, लेकिन कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों के बयान दर्ज करने पर सामने आया कि 23 अक्टूबर को शाम पटाखे फोड़ रहा था। उसने लोअर पहन रखी थी जिसके जेब में पटाखे भर रखे थे। जैसे ही उसने अगरबत्ती से पटाखा जलाया, चिंगारी उसके लोअर पर आ गई, जिससे आग लगने पर लोअर में रखे पटाखों ने आग पकड़ ली और शरीर के नीचे का हिस्सा बुरी तरह से जल गया था। उसे बडऩगर अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां पांच दिन चले उपचार के बाद डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रैफर कर दिया था। अस्पताल पुलिस चौकी के अनुसार मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया है। मर्ग डायरी बडऩगर थाना