गृह निर्माण मंडल उपायुक्त ने भूमाफिया की तर्ज पर आचार संहिता में नियम-कानून को ताक में रखा

उज्जैन। म.प्र. गृह निर्माण मंडल परिक्षेत्र उज्जैन का उपायुक्त यशवंत दोहरे भूमाफिया की तर्ज पर आचार संहिता और नियम कानून को ताक में रखकर गुंडागर्दी के साथ‍ शिवांगी परिसर में काम करने पर उतारू हो गया है। तमाम आपत्तियों और न्यायालय में विचारधीन प्रकरण के बावजूद अवकाश के दिन रविवार को कृषक की जमीन पर गड्डे करते हुए निर्माण की शुरूआत की गई है।

गुंडागर्दी के साथ शिवांगी परिसर में गड्डे कर काम करना शुरू किया

सामने आ रहा है कि मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद ऐसा किया जाकर अवैध रूप से ही अपने काम की शुरूआत कर दी है। उज्जैन परिक्षेत्र कार्यालय में अपनी बदमिजाजी , बद्तमीजी तबादला उघोग चलाने में पहचान बनाने वाले उपायुक्त ने ग्राम गोयलाखूर्द तहसील उज्जैन में भूमि सर्वे नंबर 38/1,38/2,42/4 कुल रकबा 3.093 हेक्टेयर की विवादित कृषि भूमि पर जबरिया काम की शुरूआत कृषक के विरोध के बावजूद कर दिया है। कृषक मुन्ना कुशवाह के अनुसार इसे लेकर माननीय उच्च न्यायालय में रिट पिटिशन वर्ष 2016 से लगी हुई है , जो वर्तमान में लंबित है। उपायुक्त दोहरे अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए यहां तमाम षडयंत्रों का खेल खेल रहे हैं। हालत यह है कि गृह निर्माण मंडल ने यहां के लिए टेंडर 17 अगस्त को खोला और ठेकेदार ने यहां के लिए 20 अगस्त को काम शुरू कर दिया। इससे ही स्पष्ट है कि भूमाफिया की तर्ज पर जमीन हडपने के लिए ही काम किया जा रहा है। जबकि ठेकेदार द्वारा जो निर्माण कार्य करवाया जा रहा है उसका वर्क आर्डर अभी तक नहीं दिया गया है। खास तो यह है कि सीएम हेल्प लाईन को भी उपायुक्त के दबाव में गलत जानकारियां प्रेषित की जा रही है। इसमें बताया जा रहा है कि ठेकेदार द्वारा काम प्रारंभ नहीं किया गया है वर्तमान में ठेकेदार सुरक्षा हेतु निर्माण स्थल की बाउंड्री ,तथा निर्माण कार्य के पूर्व श्रमिकों के आवास हेतु आवश्यक तैयारी कर रहा है। गृह निर्माण मंडल कार्यालय की और से जवाब में ही सीएम हेल्प लाईन को परामर्श दिया जा रहा है कि किसान की शिकायत विलोपित करें। उपायुक्त के द्वारा किए जा रहे अवैधानिक कृत्य को लेकर कृषक ने एक बार फिर उसकी शिकायत उच्च अधिकारियों के साथ ही निर्वाचन आयोग को की है।