नए कॉलेज को हायर एजुकेशन सर्वे के लिए करना होगा पंजीयन

दैनिक अवंतिका(इंदौर) उच्च शिक्षा की स्थिति में सुधार लाने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने पिछले 13 साल पहले 2010-11 से सर्वे कार्य शुरू किया है। प्रत्येक वर्ष संस्थानों से सर्वेक्षण के लिए शिक्षक, छात्र नामांकन सहित 80 बिंदुओं व कई मापदंडों पर डाटा देना होता है। साथ ही संस्थानों को छात्रवृत्ति की स्थिति भी स्पष्ट करना होती है। प्रदेश के 1360 सरकारी और निजी कॉलेजों को यह जानकारी देनी है। इन आंकड़ों का आकलन करने के बाद 80 बिंदुओं पर देना होता है डाटा एआईएसएचई सरकार को शिक्षा की गुणवत्ता व स्थिति के बारे में रिपोर्ट देता है । फिर उसके आधार पर उच्च शिक्षा में बदलाव किए जाते हैं। 2021-22 और 2022- 23 सत्र को लेकर कॉलेजों को जानकारी देनी है।प्रदेशभर में 1360 सरकारी और निजी कॉलेज को विभाग ने जानकारी देने पर जोर दिया है। प्रत्येक विश्वविद्यालय को नोडल एजेंसी बनाया है। इसी के चलते डीएवीवी ने अपने दायरे में आने वाले कॉलेजों पर निगरानी करने के निर्देश दिए है। 260 कॉलेजों को पत्र लिखकर संस्थान से जुड़ा डाटा वेबसाइट पर अपलोड करने के लिए कहा है। डीसीडीसी डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि प्रदेश में कई नए कॉलेज शुरू हुए हैं, जिनमें कई जिलों में सरकारी कॉलेज भी शामिल हैं।यही स्थिति विवि के दायरे में आने वाले सारे जिलों में है। इनमें इंदौर, धार, आलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बड़वाह, खंडवा, खरगोन शामिल हैं। यहां खुलने वाले संस्थानों को सिर्फ पंजीयन कराना है। डाटा अगले सत्र से वेबसाइट पर अपलोड करना होगा ।