अगले साल तक शहर में जल्द 3 और नए एसटीपी प्लांट बनाने की तैयारी
दैनिक अवंतिका(इंदौर) अगले साल तक शहर में बेहद जल्द तीन और नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने की तैयारी है। जिसके लिए निगम द्वारा लंबे समय से प्रयास किए जा रहें थे। यही नहीं निगम ने तीन जगह और नए एसटीपी प्लांट स्थापित करने को लेकर अपनी और से बेहतरीन प्लानिंग के साथ तमाम तरह की तैयारियां भी शुरू कर दी है, जिसमें एक लक्ष्मी प्रतिमा, दूसरा कनाड़िया क्षेत्र में जबकि तीसरा कबीट खेड़ी में 5पुराने एसटीपी प्लांट के पास ही एक और नया बड़ा आधुनिक मशीनों वाला ट्रीटेड एसटीपी प्लांट बनाया जाएगा। ताकि पुराने प्लांट का लोड़ भी कम किया जा सकें। कबीट खेड़ी में पुराने का लोड कम करने के लिए बनेगा नया एसटीपी- निगम ड्रेनेज विभाग के अधीक्षण यंत्री के मुताबिक अटल मिशन फॉर रिजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत) मिशन के दूसरे चरण के तहत क्रमशः 35 एमएलडी 120 एमएलडी और 40 एमएलडी की क्षमता वाले 3 और नए एसटीपी बनाने की योजना बनाई गई है। जिनकी अनुमानित लागत दो सौ क- रोड़ रुपये के आसपास बताई जा रही है।लक्ष्मी प्रतिमा क्षेत्र में 35 एमएलडी एसटीपी का एसटीपी बनेगा, जबकि कबीटखेड़ी के बीच मौजूदा 25 किमी ड्रेनेज लाइन नेटवर्क पर लोड को कम करने के उद्देश्य से इसकी योजना बनाई गई है। जहां सबसे बड़ा 120. एमएलडी का एसटीपी प्लांट बनाने की योजना है जिसका प्रस्ताव बनाकर अधिकारियों ने एमआईसी में मंजूरी के लिए भेजा गया था। जहां एमआईसी से इसके लिए पिछले दिनों मंजूरी भी मिल चुकी है।साथ ही शासन स्तर पर भी इसको लेकर मंजूरी मिल गई है। वहीं अन्य प्रोसेस और प्रक्रियां पूरी कर जल्द इसी साल काम भी शुरू हो जाएगा। वहीं अफसरों का कहना है कि अब नए बनने वाले एसटीपी समर्पित संयंत्र होने से उस पर होने वाली लागत की बचत भी होगी। इसी तरह तुलसी नगर में भी 80 एमएलडी एसटीपी लगाने की योजना है। इस योजना से बाहरी क्षेत्रों जैसे मांगलिया, केलोद हाला आदि से सीवर के उपचार को सुनिश्चित करने के लिए बनाई जा रही है और मांगलिया, केलोद हाला और आसपास के क्षेत्रों की आवासीय कॉलोनियों से सीवर एकत्र करने के लिए एक समर्पित 5 किमी लंबी पाइपलाइन नेटवर्क बिछाने की योजना भी बनाई गई है। वहीं जल्द काम भी हाथों – हाथ शुरू करवाने की तैयारी है