कार्टून नेताजी मिठाई खाते हुए परहेज के बावजूद नेताजी को खाना पड़ रही शकर

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) विधानसभा चुनाव में संभाग कें 29 विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख  दलों के साथ ही अन्य और निर्दलीय प्रत्याशियों में से कई को डाक्टरों ने मीठा,  चाय , तेल का परहेज बताया है। उसके बावजूद वजूदमंद मतदाता के सामने पहुंचते ही मजबूरी में नेताजी का परहेज टूट रहा है और मर्ज जोर मार रहा है। ऐसा ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक देखने को मिल रहा है। जनसंपर्क में मतदाताओं को रिझाने, अपना बनाने की मशक्कत के तहत डाक्टर की सलाह दरकिनार की जा रही है स्वास्थ्य से खिलवाड किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव में नेताजी किसी को नाखुश करने को तैयार नहीं है चाहे इससे उनका मर्ज बढ जाए पर परहेज का पालन करना और मतदाता के सामने बोलना यानिकी नुकसान करवाना है। हालात यह हो चुके हैं कि कई प्रत्याशी डाक्टर की सलाह के बावजूद मीठा ,चाय, तेल का खा रहे हैं और जरूरत से ज्यादा पैदल चलकर अपनी सांस फूला रहे हैं। शरीर के साथ इस दुश्मनी को वे मात्र मतदाताओं को रिझाने के लिए निभा रहे है। इन्ही प्रत्याशियों की घर में इन्हीं सब खाद्य सामग्री से दूरी बनी रहती है लेकिन विवशता के चलते चुनाव में विवशता की जंजीरों को प्रत्याशियों ने तोड़ दिया है। जनसंपर्क के दौरान मतदाताओं का मीठा हो या चाय या नमकीन, सब अमृत के समान ग्रहण किया जा रहा है।मतला एक ही है कि मतदाता को रिझाना है एक भी वोट को नाराज नहीं करना है। हाल यह हैं कि जो मात्र शुगर फ्री अंजीर की मिठाई से ही घर में मूंह मीठा करते हैं वे ग्रामीण चौराहों के लाला की भरपूर शकर वाली मावा की मिठाई से मतदाताओं के हाथों से अपना मूंह मीठा करवा रहे हैं। अपनत्व जताने के लिए जनसंपर्क में प्रत्याशी सिर्फ हाथ जोड़कर वोट नहीं मांग रहे बल्कि मतदाताओं के साथ में चाय , पान भी कर रहे हैं। यहां तक की कई प्रत्याशी तो अधिक अपनत्व के फेर में खाना तक का बोल कर खाना खा रहे है और सम्मान भी करा रहे हैं। कुछ प्रत्याशी घर से खाना लेकर निकल रहे है, तो कुछ चुनाव कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ भोजन कर रहे हैं।