तपोभूमि पर कल मनेगा निर्वाण लाडू उत्सव
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) भगवान महावीर स्वामी का मोक्ष कल्याणक दिवस 13 नवंबर को बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। क्योंकि इस बार मोक्ष कल्याणक वर्ष 2550 होने के कारण पूरे वर्ष अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। तीर्थों की नगरी में दिगंबर जैन समाज का महान तीर्थ तपोभूमि भी है। यहां वर्षभर अनेक आयोजन होते रहते है, जिसमें देशभर के समाजजन शामिल होने शहर आते है। इस बार दीपावली के दूसरे दिन 13 नवंबर को निर्वाण लाडू चढ़ेगा।
दिगंबर जैन समाज के सचिव सचिन कासलीवाल ने बताया कि तपोभूमि प्रणेता आचार्यश्री प्रज्ञासागर महाराज के सान्निध्य में वर्षभर कई आयोजन होते रहते हैं। इस बार अमावस्या 12 नवंबर को दोपहर से लगेगी, इसलिए 13 नवंबर यानी दीपावली के दूसरे दिन पूरे देश में निर्वाण लाडू उत्सव मनाया जाएगा। यह कार्यक्रम सुबह पौने पांच बजे से शुरू होगा और सुबह पौने 6 बजे लाडू चढ़ाया जाएगा। इस दिन विशेष पूजा और अन्य कई धार्मिक आयोजन पूरे देश में एक साथ मनेगा 2550वां जयंती उत्सव चूंकि इस बार भगवान महावीर स्वामी का यह 2550वां जन्म जयंती वर्ष है, इसलिए इसे पूरे देशभर में एकसाथ मनाया जाएगा। इस दौरान अनेक आयोजन शुरू होंगे, जो वर्षभर चलेंगे। महावीर तपोभूमि पर 26 जनवरी को होने वाला तिरंगा महोत्सव 1 जनवरी को ही मनाया जाएगा। अभिषेक भी इसी वजह से इस वर्ष 1 जनवरी को ही हो जाएगा। चूंकि यह संवत के अनुसार यदि देखें तो 2024वां वर्ष रहेगा, और 24वें तीर्थकर भगवान महावीर स्वामी थे, इसलिए तपोभूमि पर विशेष आयोजन होंगे। 13 नवंबर को पूर्ण होगा चातुर्मास : 13 नवंबर को मोक्षकल्याणक अवसर पर निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा। इसी दिन दिगंबर जैन समाज का चातुर्मास, जो कि इस बार अधिकमास के चलते अभी तक जारी था, अब खत्म हो जाएगा। वहीं श्वेतांबर जैन समाज का चातुर्मास पूर्णिमा तक और चलेगा। यानी 15 दिन और जारी रहेगा।