उज्जैन उत्तर – दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में सियासी जंग तेज। उत्तर में सिंधिया ने भरी जैन की सेंध , डा. मोहन को मिला शाह का सहारा
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) विधानसभा निर्वाचन 2023 के तहत उज्जैन उत्तर – दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में सियासी जंग तेज हो गई है। दोनों ही विधानसभा में भाजपा के दिग्गजों की आमसभा से यहां के प्रत्याशियों को गहरा सहारा मिला है। इसके उलट कांग्रेस के दोनों ही प्रत्याशी नए होकर मैदान में डटे हुए हैं और उन्हें अब तक किसी बडे नेता का सहारा आमसभा या रोड शो के माध्यम से नहीं मिल सका है। इसके बावजूद भाजपा को कांग्रेस की और से कडी टक्कर मिल रही है। कांग्रेस के युवा प्रत्याशी जोश के साथ होंश में चुनाव साधने में लगे हैं तो भाजपा के प्रत्याशी अनुभव के साथ चुनौती से चुनाव को साधने में।भाजपा के पक्ष में यह खास रहा है कि शुरूआत ही उसके बडे नेता अमित शाह की आम सभा से रही है। बडे और प्रभावी नेताओं की आमसभा होने से परंपरागत मतदाताओं के बीच आई भ्रम की स्थिति को भाजपा काफी हद तक दूर करने में सफल रही है। इसके साथ ही दोनों ही विधानसभा में भाजपा की धरातल की टीम अपने प्रत्याशी की नींव को मजबूत करने में लग गई है। इसके उलट कांग्रेस में युवा प्रत्याशियों को अब तक वरिष्ठों की उपस्थिति एवं आमसभा या रोड शो का सहारा नहीं मिल सका है। उत्तर एवं दक्षिण दोनों ही क्षेत्र में कांग्रेस के युवा प्रत्याशियों ने अपने जोश से मुकाबले की शुरूआत शुन्य से करते हुए चुनौती तक ला दी है। हालत यह है कि कांग्रेस के युवा प्रत्याशियों ने मानों विरोधियों की नाक में दम कर दिया है। डाल –डाल और पात-पात की स्थिति में पीछा करते करते ही कांग्रेसी प्रत्याशी दौड में बराबर तक पहुंचने के हाल में हैं। प्रचार प्रसार और जनसंपर्क के दुसरे दौर के अंतिम दिन शनिवार को दोनों ही पक्षों ने अपने हित चिंतकों को साधा है और अपने प्रभावी क्षेत्रों के मतदाताओं को वन – टू – वन दीपावली की शुभकामना देकर उनसे वादा लिया है। उत्तर में सिंधिया ने जोश भरा-शुक्रवार को एक बार फिर से भाजपा खेमें में जोश भरने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उज्जैन उत्तर में भाजपा प्रत्याशी अनिल जैन के पक्ष में आम सभा की । पीपली नाका क्षेत्र की इस आमसभा से जैन के परंपरागत मतदाताओं में जो सेंध लगी थी उस सेंध को सिंधिया भर गए।सिंधिया की सभा से क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में एक जोश देखा गया है। सिंधिया की सभा से जैन बढत के साथ सामने उभरकर आए हैं। इसके साथ ही जीवाजीगंज के इस बडे क्षेत्र निवासरत माली मतदाताओं को एकता के सूत्र में पिरोने का काम भी भाजपा के पक्ष में किया गया है। कांग्रेस प्रत्याशी माया राजेश त्रिवेदी के पक्ष में अब तक किसी बडे नेता ने क्षेत्र में आकर कोई सभा नहीं ली है। उन्होंने स्वयं और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अब तक के प्रचार प्रसार एवं जनसंपर्क में भाजपा को चुनौती दी है। कांग्रेस की और से यहां बडे नेता का सामने आना जरूरी समक्षा जा रहा है लेकिन अब तक किसी भी नेता की आमसभा या रोड शो को लेकर कोई कार्यक्रम सामने नहीं आया है। धरातल पर कांग्रेस प्रत्याशी ने जोरदार मेहनत करते हुए भाजपा के क्षेत्र में सेंध लगाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी है। इसके विरूद्ध भाजपा के अनिल जैन कालूहेडा ने अपने अनुभव के आधार एवं वरिष्ठों के मार्ग दर्शन में कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक में जरूर सेंध मार ली है। तोपखाना स्थित एक भाजपा नेता के अन्य सहारों के माध्यम से इस सेंध को पूर्व वत जारी रखा गया है। इससे कांग्रेस को अपने परंपरागत वोट बैंक में आंशिक नुकसान की संभावना बन रही है। भाजपा के परंपरागत वोट बैंक को पूर्ववत पार्टी के धरातल के कार्यकर्ताओं ने फिर से जागृत करने का काम शुरू करते हुए नींव को मजबूत करने की और ध्यान दे दिया है। सुबह जल्दी और रात 8 बजे बाद ये कार्यकर्ता घर –घर पहुंच कर परंपरागत मतदाताओं से राय मशविरा कर रहे हैं। डा. मोहन को शाह का सहारा, चेतन के लिए कोई नहींआया-उज्जैन दक्षिण के शहीद पार्क पर हुई भाजपा नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आमसभा से ही जिले में चुनावी आमसभा का श्री गणेश हुआ था। आम सभा में शाह ने अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरा था तो आम मतदाताओं को विश्वास में लिया था। कार्यकर्ताओं के जोश और मतदाताओं के विश्वास के सहारे भाजपा के दक्षिण प्रत्याशी डा. मोहन यादव को काफी आधार और सहारा मिला उसके बाद उनके क्षेत्र में दुसरी बडे नेता की आमसभा नहीं हुई है। कांग्रेस के नए नवेले प्रत्याशी इंजीनियर चेतन प्रेमनारायण यादव ने खूद ही चुनौती को स्वीकार कर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में इतने कम दिनों में ही अपने आप को मतदाताओं से सीधे सीधे जोड लिया है। क्षेत्र के 67 गांव एवं करीब 35 हजार मतदाताओं पर उन्होंने पूरा ध्यान केंद्रित किया है तो शहरी क्षेत्र में भी उन्होंने भाजपा के गढ वाले वार्डों में अब अपनी बेहतर पकड़ बना ली है। इससे सीधी सीधी चुनौती उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को दी है। 285 मतदान केंद्रों पर चेतन ने ध्यान केंद्रीत कर लिया है। भाजपा के कांग्रेस खेमे में सेंधमारी वाले स्थानों को भी उन्होंने चिन्हित करते हुए ऐसे मतदान केंद्रों पर अपने खास सिपहसालारों को तैनात कर दिया है। इधर प्रेस के साथ भी वे बराबर राय मशविरा करते हुए बताए गए स्थानों पर तत्काल ही प्रचार – प्रसार एवं जनसंपर्क के लिए निकल रहे हैं। चेतन के पक्ष में भी अब तक कांग्रेस के किसी बडे नेता ने न तो दक्षिण क्षेत्र में आमसभा की है और न हीं किसी प्रकार का रोड शो ही हो सका है । अब तक जो भी चुनौती का स्तर रहा है उसे चेतन ने युवा जोश के साथ होंश में ही अंजाम दिया है। अपने जनसंपर्क के साथ ही चेतन प्रतिद्वंदी पर भी पूरी नजर गढाए हुए हैं। उसी का परिणाम रहा कि कंचनापुरा स्कूल में प्रतिद्वंदी की प्रचार सामग्री पकडी गई और कांग्रेस की और से शिकायत की गई। कांग्रेस अपने नेता के संकल्प को बताने में पीछे-कांग्रेस के उत्तर – दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में प्रचार – प्रसार एवं जनसंपर्क के दौरान कार्यकर्ता मतदाता को अपने नेता के संकल्प को बताने में पीछे हैं। इसकी बजाय भाजपा प्रचार- प्रसार जनसंपर्क में अपनी योजनाओं का बखान सिरे से कर रही है। खास बात तो यह है कि कांग्रेस के उत्तर – दक्षिण में प्रत्याशी के साथ चल रहे और एकाकी रूप से मतदाता संपर्क कर रहे कार्यकर्ताओं का होमवर्क भी पूरा नहीं है। इसकी अपेक्षा ग्रामीण स्तर पर कांग्रेस के प्रत्याशियों के कार्यकर्ता सिरे से मतदाता को अपने नेता के संकल्प को बता रहे हैं। कांग्रेस और उसके नेता कमलनाथ के संकल्प में आमजन के घर के लिए गैस,आवास,बिजली,बेरोजगारी,किसानों के कर्ज माफी,नि:शुल्क उपचार,शासकीय कर्मचारियों के हित, स्कूली शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षा, शुद्घ जल,गोधन योजना,बेटी विवाह सहायता की योजना को पर्याप्त रूप से मतदाताओं के सामने नहीं रख पा रही है।