डीएवीवी में लिफाफों की कमी के चलते विद्यार्थियों को करना पड़ रहा इंतजार
आचार संहिता बाद हो सकेगा नया टेंडर
इंदौर। डीएवीवी में पीले लिफाफे के संकट के चलते विद्यार्थियों को डिग्री और ट्रांसक्रिप्ट समय पर नहीं मिल पा रही है। लिफाफों की कमी के चलते विवि द्वारा सिर्फ उन्हीं विद्यार्थियों को दस्तावेज दिए जा रहे हैं, जिन्होंने फार्म पर अर्जेंट बताकर उसकी वजह दर्शाई है। वहीं बचे हुए लिफाफों का स्टॉक अगले कुछ दिन में समाप्त हो जाएगा।
वहीं आचार संहिता के चलते विवि नया टेंडर जारी नहीं कर सकता है। पुराने वेंडर का तीन लाख का भुगतान नहीं होने से उसने लिफाफों की सप्लाय बंद कर दी है।
विशेष लिफाफे का होता है उपयोग : —
विवि डिग्री, माइग्रेशन और ट्रांसक्रिप्ट भेजने के लिए विशेष लिफाफे का इस्तेमाल करता है ताकि दस्तावेज को सुरक्षित पहुंचाया जाता है, लेकिन कई महीनों से वेंडर को भुगतान नहीं होने के कारण उन्होंने लिफाफे सप्लाय करना बंद कर दिया है। फिलहाल दो माह से यह स्थिति बनी है। केवल जरूरी कार्यों के लिए लिफाफे का उपयोग किया जा रहा है।
विवि उन्हीं विद्यार्थियों को दस्तावेज भेज रहा है जिन्होंने आवेदन में विवि को नौकरी या किसी कंपनी के चयनित होने का कारण दिया है। उसके आधार पर दस्तावेज तैयार कर भेजे जा रहे हैं। अधिकरियों के अनुसार इस संबंध में कुलपति बता दिया गया है, लेकिन जिम्मेदार इस तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे हैं।