कार्तिक में निकलेगी महाकाल की….सवारी, पहली 20 नवंबर को आएगी

उज्जैन ।  भगवान महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस बार कार्तिक मास में दो सवारी होगी। पहली 20 नवंबर को आएगी। दूसरी 27 नवंबर को निकलेगी। इसके बाद दो सवारी अगहन मास की निकलेगी। इन चार सवारी के बीच एक सवारी आधी रात को हरिहर मिलन की भी आएगी। इस तरह कार्तिक-अगहन मास में कुल 5 सवारियां निकलेगी।

मंदिर में शुरू हुई तैयारियां…शुक्ल पक्ष में आती है सवारी

महाकाल मंदिर की परंपरा के अनुसार कार्तिक मास में सवारी शुक्ल पक्ष से शुरू होती है। इस बार कार्तिक शुक्ल का पहला सोमवार 20 तारीख को आ रहा है। इस दिन पहली सवारी निकलेगी। सवारी का समय पूर्व की तरह शाम 4 बजे का ही रहेगा। वहीं बीच में आने वाली एक हरि हर मिलन की सवारी रात 11 बजे से निकलेगी।

सवारी का ये मार्ग रहेगा…यहां प्रशासनिक तैयारी 

कार्तिक अगहन मास की सवारी महाकाल मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होकर शिप्रा तट पहुंचेगी। यहां पूजन पश्चात छोटी रपट के पास से होते हुए गणगौर दरवाजा से निकलकर कार्तिक चौक से नगर प्रवेश करेगी। इस मार्ग पर प्रशासनिक तैयारियां की जा रही है। मार्ग में विशेष साफ-सफाई होगी। वहीं बिजली की व्यवस्था एवं सड़क पर सुधार आदि किया जा रहा है।