इंदौर- खंडवा राजमार्ग को लेकर फिर बदला निर्णय। जानवरों के लिए बनेगा अंडरपास, प्रोजेक्ट में फिर बदलाव

दैनिक अवंतिका(इंदौर) इंदौर खंडवा – एदलाबाद हाइवे के निर्माण कार्यों के बीच प्रोजेक्ट में संशोधन किया जा रहा है। सिमरोल से लेकर चोरल के बीच तीन स्थानों पर सड़क को मोड़ा जाएगा। साथ ही चोरल वन क्षेत्र में तीसरी टनल बनाई जाएगी। इनके अलावा जानवरों को सड़क पार करने के लिए अंडरपास रखा गया है। इन सारे बिंदुओं पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण( एनएचएआई) ने काम शुरू कर दिया है। नए अलाइनमेंट और सुरंग के लिए अतिरिक्त वन भूमि की आवश्यकता रहेगी। अंडरपास या एनिमल कारिडोर के लिए स्थान चयनित किए जाएंगे। हालांकि, प्रोजेक्ट का नया प्रस्ताव बनने में थोड़ा समय लगेगा। राजमार्ग निर्माण के दौरान सड़क मोड़ दी। भेरू घाट के पास बनने वाली पहली सुरंग से निकलने वाली सड़क, चोरल में प्राचीन मंदिर खुटा हनुमान और हाइटेंशन लाइन की वजह से तीन स्थानों पर अलाइनमेंट बदला है। कंस्ट्रक्शन एजेंसी मेघा ने सुरंग के आसपास और 440 केवी हाइटेंशन लाइन के नीचे के पेड़ भी काटे हैं। जानकारी लगने के बाद इंदौर वनमंडल के अधिकारियों ने वन विभाग मुख्यालय को स्थिति के बारे में बताया। फिर एपीसीसीएफ एचएस मोहंता ने भी बिना अनुमति हाईवे निर्माण में बदलाव करने पर आपत्ति ली। उसके आने बाद अलाइनमेंट बदलने वाले स्थानों पर काम रोका गया है। वैसे एनएचएआइ अलाइनमेंट को लेकर नया प्रस्ताव बनाने में जुट गया है। महीने भर के भीतर प्रस्ताव इंदौर वन मंडल को सौंपा जाएगा। बीते दिनों एनएचएआइ और कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों ने डीएफओ एमएस सोलंकी से चर्चा की है। जहां उन्होंने अलाइनमेंट बदलते समय ब्लाइंट स्पाट भी हटाने पर जोर दिया है। राजमार्ग को लेकर एनएचएआइ अब तीसरी टर्नल का प्रस्ताव बना रहा है। अभी भेरूघाट ( कक्ष क्र. 153) 300 और चोरल (कक्ष 161-162) में 500 मीटर में सुरंग का काम चल रहा है। एनएचएआइ तीसरी सुरंग भी चोरल में बनाएगा। ये वनक्षेत्र में बनाई जाएगी। फिलहाल प्रस्ताव में सुरंग के लिए भी जमीन मांगी है। इससे कई पेड़ कटने से बच सकेंगे। वहीं जानवर आसानी से सड़क पार कर सकें, इसके लिए एनिमल कारिडोर यानी अंडरपास भी बनाए जाएंगे। ये स्थान वन विभाग की तरफ से बताए जाएंगे, क्योंकि जानवरों का जंगल के किस क्षेत्र में अधिक मूवमेंट है। उन स्थानों पर अंडरपास का निर्माण होगा। अलाइनमेंट बदलने और अतिरिक्त पेड़ काटने व उनकी गिनती को लेकर जांच करवाई जा रही है। इसकी रिपोर्ट और एनएचएआइ की अलाइनमेंट को लेकर नए प्रस्ताव को एक साथ वन विभाग मुख्यालय भेजा जाएगा। उसके बाद यह फाइल वन पर्यावरण कमेटी के समक्ष रखा। इसके निर्माण को लेकर कुछ बिंदुओं पर वन विभाग से चर्चा की गई है। प्रस्ताव तैयार हो रहा है। मार्ग में कई धर्मस्थल हैं, जिन्हें हटाया जाएगा। इसके लिए शिफ्ट करने पर भी विचार हो रहा है। संशोधित प्रस्ताव में तीसरी टनल भी बनाएंगे। जल्द ही प्रस्ताव वन विभाग को सौंपेंगे।