शहर में प्रवासी परिंदों की आमद शुरू… विदेशी पक्षियों में मंगोलिया, चीन, रूस के साइबेरिया क्षेत्र व ईरान से पक्षी आते हैं
दैनिक अवंतिका(इंदौर) मौसम में ठंडक के घुलते ही शहर में प्रवासी परिंदों की आमद शुरू हो गई है। शहर के दो तालाब सिरपुर और यशवंत सागर बीते वर्ष रामसर साइट की सूची में शामिल हुए। यह इस बात का प्रमाण है कि यह तालाब पर्यावरण की दृष्टि से कितने महत्वपूर्ण हैं। इंदौर के पारिस्थितिकी तंत्र में ये दो ऐसे तालाब हैं, जहां प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं। इनके अलावा बड़ौदा दौलत, माचल, बिलावली तालाबों में भी प्रवासी पक्षियों का आगमन होता है। ज्यों-ज्यों सर्दी के तेवर तीखे होते जाते हैं त्यों-त्यों शहर में इन मेहमान परिंदों की संख्या बढ़ती जाती है। इंदौर या आसपास की सर्दी के कारण नहीं बढ़ती बल्कि जहां से ये आ रहे हैं, वहां की सर्दी इन्हें प्रवास के लिए विवश कर देती है। ऐसे में इन्हें इंदौर की आबोहवा व पारिस्थितिकीय तंत्र इन्हें रास आता है। शहर में आने वाले मेहमान परिंदे भारत के अन्य भाग से तो आते ही हैं, साथ ही विदेश से भी आते हैं। विदेशी पक्षियों में मंगोलिया, चीन, रूस के साइबेरिया क्षेत्र व ईरान से पक्षी आते हैं। कुछ पक्षी हिमालय के तराई क्षेत्र से भी मालवा में आते हैं। वर्तमान समय में सिरपुर तालाब और यशवंत सागर में ये प्रवासी पक्षी नजर आ रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो गत वर्ष की तुलना में इस बार अब तक यहां आने वाले प्रवासी परिंदों की प्रजातियां और संख्या, दोनों ही कम हैं। दूसरा पक्ष यह भी है कि इस बार तरह- तरह की मुनिया हर बार से ज्यादा ही नजर आ रही हैं।
जिन प्रजातियों की संख्या अपेक्षाकृत कम है, वे वह पक्षी हैं जो पानी में तैरकर अपना भोजन तलाशते हैं। हालांकि आगामी दिनों में सभी प्रजातियों की संख्या और भी बढ़ सकती है। अभी जो परिंदे नजर आने लगे हैं उनमें वेगटेल, नाइट, शेलडक, कामन केस्ट्राल, रायनिक, कई तरह की मुनिया, यूरेशियन मार्श हेरियर आदि प्रमुख हैं।