आस्ट्रेलिया की जीत से अधूरी रह गई जश्न की ख्वाहिश
उज्जैन। क्रिकेट वल्र्डकप के फायनल में भारतीयों के जश्न पर रविवार रात आस्ट्रेलिया ने पानी फेर दिया। सुबह से शहरवासी आतिशबाजी की तैयारियां करके बैठे थे। दोपहर बाद शहर में आवागमन थम सा गया था। हर कोई टेलिविजन के सामने नजरे जमाए हुए था। भारतीय टीम की पारी समाप्त होने के बाद भी क्रिकेट प्रेमियों को बॉलरों से उम्मीद बनी हुई थी।अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में क्रिकेट वल्र्डकप का फायनल मैच भारत-आस्ट्रेलिया के बीच दोपहर 2 बजे शुरू हुआ था। शनिवार से ही देशवासियों के साथ शहरवासियों ने अब तक टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारी भारतीय टीम से वल्र्डकप जीतने की पूरी उम्मीद थी। फायनल मैच समाप्त होने के बाद जीत का जश्न मनाने की पूरी तैयारियां कर ली गई। सुबह से ही दुआओं के साथ भारत की जीत के लिये प्रार्थना की जा रही थी। मुकाबला शुरू होने के बाद 10 ओव्हर तक ऐसा लगा कि भारत मुकाबला आसानी से जीत लेगा। हर कोई भारत के कप्तान रोहित शर्मा का खेल देख रोमांचित था, लेकिन रोहित के पैवेलियन लौटते ही उम्मीदे टूटने लगी। विराट कोहली और केएल राहुल ने भारत को सम्मानजक स्कोर तक पहुंचाया। उसके बाद अब तक टूर्नामेंट में सभी टीमों से शानदार बालिंग करने वाले भारतीय बॉलरों से उम्मीद बनी। बुमराह और शमी ने आस्ट्रेलिया के शुरूआत विकेट लेकर मैच को रोमांचक बना दिया। लेकिन आस्टे्रलिया के ट्रेविस हेड और मार्नस लबुशेन ने भारतीयों की उम्मीद पर पानी फेर दिया। 43 ओव्हर में मैच का फैसला होते ही भारत के क्रिकेट प्रेमियों में सन्नाटा छा गया। जश्न की जो तैयारियां की गई थी, वह अधूरी रह गई। फायनल मैच से पहले भारत ने न्यूजीलैंड को सेमीफायनल में हारा था, उस दौरान शहर में जमकर आतिशबाजी की गूंज सुनाई दी थी। टॉवर चौक पर देर रात तक जश्न मनाया गया, उससे भी बढ़कर तैयारियां शहरवासियों ने फायनल जीतने से पहले कर ली थी।