महाकाल लोक निहराने वाले भक्तों की फिर बढऩे लगी संख्या -अक्टूबर माह में थमा था सिलसिला, दिसंबर में लाखों के आने का अनुमान
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) श्रावण-भादौ मास के बाद महाकाल लोक आने वाले भक्तों की संख्या में कमी आई थी, लेकिन दीपावली बाद फिर भक्तों की संख्या बढ़ती दिखाई दे रही है। दिसंबर माह में लाखों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। महाकाल लोक कालोकार्पण 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया था। सनातन संस्कृति के साथ धार्मिक गाथाओं की कलाकृति को समेटे महाकाल लोक को देखनेे देशभर से भक्तों का रूख धार्मिक नगरी की ओर हो गया था। सालभर तक सैलाब दिखाई दिया था। लेकिन एक माह से भक्तों की संख्या में कमी आ रही थी। अब एक बार फिर दीपावली का पर्व गुजरने के बाद महाकाल लोक में भक्तों की संख्या बढ़ती दिखाई दे रही है। प्रतिदिन 30 से 40 हजार भक्तों के आने की बात कहीं जा रही है। दिसंबर में शीतकालीन अवकाश की शुरूआत होने पर भक्तों की संख्या लाखों में होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पिछले एक साल में करोड़ों भक्त देश-विदेश से उज्जैन पहुंचे थे। प्रतिदिन डेढ़ से 2 लाख भक्तों की संख्या बाबा महाकाल की नगरी में़ दिखाई दी थी। महाकाल लोक जाने वाले मार्गो पर पैर रखने की जगह तक नहीं मिल पा रही थी। रोजगार, व्यवसाय, परिवहन के साधनों को पंख लग चुके थे। वहीं सिलसिला एक माह बाद फिर से शुरू होता दिखाई देने लगा है। पिछले तीन चार दिनों से महाकाल मंदिर और महाकाल लोक के आसपास यातायात की व्यवस्था बिगड़ती दिखाई देने लगी है। जो अब सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। प्रशासन, मंदिर समिति और पुलिस समस्या से निपटने के लिये लगातार कई प्लान तैयार कर चुकी है, लेकिन धतरातल पर सार्थक होती नजर नहीं आ रही है। कुछ दिनों से हरिफाटक ब्रिज, चारधाम मंदिर, हरिसिद्धी पाल, महाकाल घाटी के आसपास जाम के हालत बने हुए है।होटल व्यवसाईयों के चेहरे पर आई चमकमहाकाल लोक बनने के बाद पहली बार श्रावण-भादौ मास में सबसे अधिक व्यवसाय होटल वालों का चमका था। बाहर से आने वाले भक्तों को ठहरने की जगह नहीं मिल पा रही थी। लोगों ने अपने घरों का व्यवसाय का साधन बना लिया था। लेकिन एक माह से होटल व्यवसाय ठप्प पड़ा था। सिर्फ महाकाल मंदिर के आसपास की होटलों में बुकिंग हो रही थी। एक बार फिर से भक्तों की संख्या बढऩे पर होटल का व्यवसाय करने वालों के चेहरे पर चमक आने लगी है। महाकाल मंदिर के आसपास 2 से 3 किलोमीटर के क्षेत्र में हर घर होटल बना हुआ है। उद्योग विहिन हो चुकी धार्मिक नगरी को महाकाल लोक से रोजगार के नये अवसर मिल गये है। दूसरे फेस का काम भी जल्द होगा पूरा महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना के प्रथम चरण में महाकाल लोक का लोकर्पण हुआ है। योजना का दूसरा चरण भी अब पूरा होने की ओर कदम बढ़ा चुका है। विधानसभा चुनाव ने पहले ही दूसरे चरण के कामों का उद्घाटन कर दिया गया था, लेकिन काम अधूरे थे, जो अब पूरा होने के करीब पहुंच चुके है। आम भक्तों के लिये कुछ माह बाद दूसरा फेज भी लोकार्पित हो जाएगा, जिसके बाद फिर से लाखों की संख्या में भक्तों का सैलाब उमड़ेगा।