बड़ा कालिदास समारोह बसंत पंचमी पर होगा, आज गढ़कालिका व अकादमी में पूजन चल रहा..
उज्जैन। इस बार का बड़ा व मुख्य अखिल भारतीय कालिदास समारोह तो अब संभवत: अब बसंत पंचमी के दिन ही होगा। आज गुरुवार को देव प्रबोधिनी एकादशी पर तो समारोह की पंरपरा निभाने के लिए केवल गढ़कालिका मंदिर व कालिदास संस्कृत अकादमी में पूजन-अर्चन किया जाएगा।
विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता होने से समारोह नहींं किया जा रहा है। क्योंकि कालिदास संस्कृत अकादमी ने चुनाव आयोग को समारोह आयोजित करने के लिए पत्र लिखा था लेकिन आयोग से इसकी अनुमति ही अभी दो से तीन दिन पहले मिली।
अनुमति लेट होने के कारण अब इतनी जल्दी बड़े स्तर पर समारोह नहीं किया जा सकता है। इसलिए फिलहाल तो देव प्रबोधिनी एकादशी पर्व के मौके पर औपचारिक रूप से आयोजन कर परंपरा का निर्वहन किया जाएगा। कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. गोविंद गंधे ने बताया कि गुरुवार की सुबह 9 बजे उज्जैन के मां गढ़कालिका के दरबार में विद्वानों द्वारा वागार्चन किया जाएगा। देवी का पूजन-अर्चन करने के पश्चात अकादमी प्रांगण में सुबह 11 बजे महाकवि कालिदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर ग्रंथ का पूजन किया जाएगा। दोपहर में विद्वानों की परिचर्चा, कालिदास गान आदि कार्यक्रम किए जाएंगे। इसके बाद बड़े स्तर पर अखिल भारतीय कालिदास समारोह के लिए चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर आगे की रूप रेखा तैयार की जाएगी। पूर्व में भी देव प्रबोधिनी के शुभ मुहूर्त में जब समारोह नहीं हो सके तो आगे बसंत पंचमी के मौके पर इसके आयोजन हुए है। इस बार भी संभवत इसी शुभ तिथि में आयोजन करेंगे।