तीसरी लहर पर अलर्ट मोड में सरकार: मप्र में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियां फिर एक्टिव होंगी, मुख्यमंत्री ने आज सुबह किया जिलों के अफसरों से संवाद

ब्रह्मास्त्र इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका सहित अन्य देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केस आ रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर नहीं आए, हमें अभी से सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने आज क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के साथ बैठक की। जिलों के अफसर बैठक में वर्चुअली जुड़े। बैठक में मंत्री, सांसद और विधायक के साथ ही जिला, वार्ड, ब्लॉक और पंचायत कमेटियां भी शामिल रहीं।
मुख्यमंत्री ने भोपाल-इंदौर समेत मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते केस पर मंत्री और अफसरों की आपात बैठक बुलाई थी। मुख्यमंत्री ने मास्क लगाने, कोरोना टेस्ट बढ़ाने, जरूरत होने पर छोटे कंटेनमेंट जोन बनाने और सोशल डिस्टेंसिंग की। भोपाल में मास्क नहीं लगाने पर 500 रुपए जुर्माने का आदेश कलेक्टर कर चुके हैं।

सरकार सतर्क और सचेत
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सतर्क और सचेत है। कई लोग टेस्ट कराने से इनकार करते है। जो लोग पॉजिटिव आ रहे हैं उनको आइसोलेट किया जाएगा और घर को कंटेनमेंट किया जाएगा।

एकदम से प्रतिबंध हटाना ठीक नहीं था- कमलनाथ

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर और नए वैरिएंट का खतरा बना हुआ है। 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को वैक्सीन नहीं लगी है। कई लोगों का वैक्सीनेशन होना बाकी है। ऐसे में एकदम से सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए प्रतिबंधों को हटाना ठीक नहीं था। स्कूलों को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने का निर्णय भी सोच-समझकर नहीं लिया गया।