रिश्वत कांड में महिला पटवारी का पलटवार – मुझ पर झूठा आरोप, वीडियो में भी मैं रुपए लेते नहीं दिखाई दे रही

ब्रह्मस्त्र उज्जैन। सोशल मीडिया पर पिछले दिनों उज्जैन जिले की एक महिला पटवारी पूजा परिहार का दो हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाता हुआ वीडियो वायरल हुआ था। इस रिश्वत कांड में अब नया मोड़ आ गया है। एक तरफ जहां कलेक्टर ने जांच एसडीएम को सौंप दी है, वहीं अब महिला पटवारी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने अपने आप को बेगुनाह बताते हुए अपना पक्ष रखते हुए पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मैं एक ईमानदार पटवारी हूँ। मुझे साजिश के तहत उलझाया गया है, जबकि मैं वीडियो में रुपए लेते हुए दिखाई नहीं दे रही हूं। बहरहाल उन्होंने यह भी कहा कि उन पर झूठा इल्जाम लगाने वालों पर वे कार्रवाई करेंगी।
महिला पटवारी कह रही हैं कि जो वीडियो वायरल हो रहा है कि महिला पटवारी ने आवेदक से 2000 रुपये की रिश्वत ली है, इसमें जो सच्चाई है वह मैं आपको बताती हूं। मीडिया के सामने आना मेरा इसलिए भी जरूरी है,क्योंकि मैं एक महिला पटवारी हूं, इसलिए बहुत लो फील कर रही हूं।

नामांतरण नहीं करने की बात नहीं मानी तो उलझाने की कोशिश

अर्पित नागर रिपोर्टिंग का काम करते हैं और उनकी फतेहपुर में जमीन है। उन्होंने फतेहपुर में अपनी एक जमीन 3 साल पहले अपूर्व शाह को बेची और उसका कब्जा नहीं दिया। एसडीएम कोर्ट से इसका आदेश आने के बाद मेरे द्वारा इसका नामांतरण किया गया। इन्होंने मुझ पर दबाव बनाया कि मैडम इसका आप नामांतरण नहीं करेंगे। इसके बाद मुझे कहते रहे कि ये कर देंगे, वो कर देंगे। 3 साल से ही इनका इरादा था कि कहीं ना कहीं मैडम को उलझाना है। क्योंकि, मैंने हमेशा ही अपना काम ईमानदारी से किया है। इसमें सच्चाई यह है कि आवेदक मनीष अग्निहोत्री पिता राधेश्याम अग्निहोत्री जो हैं, इनके पिताजी की मृत्यु हो गई थी। क्योंकि पटवारी की जिम्मेदारी होती है इसलिए मैंने उनसे कहा कि आपको फौती नामांतरण करवाना है। मेरे द्वारा इनका आवेदन किया गया। आर्डर टाइम पर हुआ। यह आप कोर्ट से पता कर सकते हैं। दूसरी बात, मैं जब इनकी डायरी अपडेट कर रिटर्न कर रही थी, तब इनके दोस्त राजेश पांचाल द्वारा एक वीडियो शूट किया गया मेरे ऑफिस का। फिर वीडियो वायरल कर के कहा जा रहा है कि मैं रिश्वत ले रही हूं। जबकि मैं कहीं से कहीं तक भी रुपए लेते हुए नहीं दिख रही हूं। मैं मीडिया तथा न्यूज़ चैनल से निवेदन कर रही हूँ कि वे इस वीडियो की सच्चाई जाने बगैर जारी नहीं करे।। मनीष अग्निहोत्री और अर्पित नागर जिनके पर्सनल इरादे पूरे नहीं हो पाए, इसलिए उन्होंने मुझ पर आरोप लगाए। मैं उनके खिलाफ कार्यवाही करूंगी। मैंने पूर्व में एक विधायक के बेटे से पंगा ले लिया था, तो क्या मैं एक हजार रुपये के लिए अपनी इमेज खराब करूंगी। यह सोचने वाली बात है।

मेरी इमेज खराब करने की कोशिश

मैं एक और बात कहना चाहूंगी कि महिला पटवारी का गांव में काम करना वैसे ही बहुत कठिन होता है।।उनके लिए उनकी इज्जत ही सब कुछ होती है। मैंने पिछले साढे 3 साल में फतेहपुर में इज्जत ही कमाई है। क्या आप एक टुच्चे से वीडियो के लिए मेरी इमेज खराब कर दोगे। तो, मैं आगे नौकरी कैसे कर पाऊंगी? क्या आप मुझे दबाना चाहते हो ? मैं आपके गलत इंटेंशन में फंस नहीं रही हूं। आप का गलत काम नहीं कर रही हूं। इसके लिए आप मुझ पर बेईमानी का कुछ भी गलत आरोप लगाकर मुझे सस्पेंड करवाना चाहते हैं।

जांच में मैं सही निकली तो एफआईआर करवाऊंगी

मेरे अधिकारियों का मुझे फुल सपोर्ट है। मैंने महिला आयोग को भी शिकायत की है और बड़नगर थाने में भी शिकायत की है। अधिकारियों द्वारा इसमें निष्पक्ष जांच की जानी है। यदि जांच में मैं सही निकलती हूं तो मैं बड़नगर थाने में अर्पित नागर, मनीष अग्निहोत्री और राजेश पांचाल के खिलाफ एफआईआर भी करवाऊंगी।
कलेक्टर ने एसडीएम को सौंपी जांच

बड़नगर की पटवारी द्वारा रिश्वत मांगने का वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर आशीषसिंह ने मामले की जांच एसडीएम को सौंपी है। जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में किसान द्वारा तहसीलदार से शिकायत के बाद तहसीलदार ने कलेक्टर को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था।