अवैध संबंध का नतीज़ा: हत्या, जेल, आत्महत्या का प्रयास, दो बेगुनाह मासूम बच्चों का जीवन तबाह..

उज्जैन। पति की हत्या के आरोप में गुरुवार को न्यायालय द्वारा आजीवन सजा का फैसला सुनने के बाद आरोपी महिला ने कोर्ट रूम के बाहर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। घटना के बाद पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया।
चिंतामण थाना क्षेत्र के आकासौदा में तीन साल पहले सनसनीखेज जघन्य हत्याकांड हुआ था। जिसमें जांच के बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी सहित चार लोगों को आरोपी बनाया। गुरुवार को हत्या के इस मामले में दोष साबित होने पर आरोपी रचना बाई सहित उसके प्रेमी और उसके दो भाइयों को सप्तम अपर सत्र न्यायाधीश जिला उज्जैन शशिकांत वर्मा की कोर्ट में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
फैसला सुनने के बाद महिला कोर्ट में रोने लगी। पुलिस कर्मी उसे जेल ले जाने के लिए गिरफ्तार कर बाहर लेकर आ रहे थे। इसी दौरान उसने पहले से अपने पास रखी हुई जहरीले पाउडर की पुड़िया निकाली और खाने लगी। महिला पुलिस कर्मियों ने उसके हाथ से पुड़िया छुड़ाई, लेकिन कुछ पाउडर उसके मुंह पर लगा हुआ दिखा और वो घबराकर जमीन पर गिर गई। इसलिए उसे सीधे जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल से डिस्चार्ज और मेडिकल परीक्षण के बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा।

दो बच्चो का जीवन तबाह..बड़ा बेटा अपाहिज़… 

अवैध संबंध का नतीजा, हत्या, सजा, आजीवन जेल, दो बेगुनाह बच्चों का जीवन बच्चों का जीवन तबाह और दो बच्चो की परवरिश करने वाला अब कोई नहीं चिंतामण थाना क्षेत्र के ग्राम आकासौदा में अवैध संबंधों के चलते जघन्य हत्याकांड हुआ था। मृतक टीकाराम की पत्नी रचना बाई ने प्रेमी और भाइयों के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी थी। रचना के टीकाराम से दो बच्चे हैं। जिसमें से एक बड़े बेटे की उम्र महज़ 12 साल है। बेटा अपाहिज़ है। उसका दाहिने तरफ का पूरा शरीर काम नहीं करता है। इसके अलावा एक छोटी बच्ची है।

रिपोर्ट विकास त्रिवेदी