दूसरे दिन देश भर में फैली हिट एंड रन को लेकर ड्रायवरों की हडताल हडताल का असर दो दिन में उज्जैन से चली मेला स्पेशल चार ट्रेन -इंदौर मंडी में अनाज खरीदी बंद की व्यापारियों ने,आज कल में उज्जैन में भी खरीदी रोकने की बात

दैनिक अवन्तिका  उज्जैन।  देशभर के ट्रक ड्राइवर हिट एंड रन मामले में केंद्र सरकार के नए कानून के प्रावधानों को लेकर सोमवार से हड़ताल पर हैं। इसकी वजह से विभिन्न राज्यों में पेट्रोल-डीजल, फल-सब्जी जैसी बेहद जरूरी चीजें नहीं पहुंच रही हैं, जिसके चलते इन सभी के दाम बढ़ गए हैं। यात्रा परिवहन के लिए आमजन को छोटे वाहनों का आसरा लेना पड़ रहा है। रेलवे ने उज्जैन से श्रद्धालुओं की वापसी के लिए चार स्पेशल मेला ट्रेनें चलाई है। उज्जैन शहर में मंगलवार को कुछ क्षेत्रों में पेट्रोल एवं डीजल को लेकर हालात सामान्य बने हैं। अधिकतर पंपों पर मांगलिया प्लांट से टेंकर पहुंचने लगे हैं। हड़ताल के चलते  कृषि उपज में भी कम ही किसान कम ही सब्जियां और उपज लेकर पहुंचे जिससे मंडियों में माल की कमी  रही है। दाम भी तेज रहे हैं। हडताल का असर फलों पर पडा है पर्याप्त रूप से फल मंडी में आवक नहीं होने से फल के दाम दो गुना बढ गए हैं।चार स्पेशल ट्रेन चली यात्रियों के लिए-उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्रभारी प्रबंधक विनोद कुमार के अनुसार नए वर्ष में उज्जैन भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की भीड और हडताल को देखते हुए पश्चिम रेलवे मंडल प्रबंधन ने सोमवार से ही स्पेशल ट्रेनें शुरू कर दी थी। सोमवार दोपहर को श्रद्धालुओं के लिए 3.50 पर उज्जैन से भोपाल एवं उसके बाद रात 8.10 पर उज्जैन –भोपाल स्पेशल लोकल ट्रेन चलाई गई थी। भीड मंगलवार को भी देखी गई तो रेलवे प्रशासन ने मंगलवार को दोपहर में 12 बजे उज्जैन –भोपाल स्पेशल लोकल ट्रेन चलाई। उसके बाद 4.45 बजे इंदौर से फतेहाबाद- उज्जैन होते हुए भोपाल के लिए एक और स्पेशल ट्रेन को रवाना किया गया है। यात्रियों के लिए ट्रेन रवाना होने के 30 मिनिट पहले एनाउंस कर दिया गया था। नगर निगम ने बसें चलाई –नगर निगम ने शहर में आए आसपास के शहरों के श्रद्धालुओं के लिए सोमवार रात से ही अपनी बसें बस स्टेंड पर लगा दी थी। शुरूआत में बसें सवारी के मान से इंदौर और देवास के लिए रवाना की गई थी। 10 बसों को इसके लिए लगाया गया था। इसके अतिरिक्त यात्रियों की मांग और रूट के अनुसार 10 अन्य बसों को बस स्टैंड पर लगा दिया गया था।प्रशासन ने समझाईश दी-प्रदेश के समस्त जिलों में प्रशासनिक अधिकारी हड़ताल पर चल रहे ड्राइवर की बैठक लेकर उन्हें समझाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं और उनकी बात रखने का भरोसा भी जता रहे हैं फिलहाल खबर लिखे जाने तक ड्राइवरों की हड़ताल जारी है। इधर बसों और ट्रकों के पहिए फिलहाल थमे हुए हैं। बसों का आवागमन  बंद है। छोटे वाहनों के भरोसे यात्री-बसों की हडताल के चलते यात्री अब छोटे वाहनों को लेकर लंबी दुरी की यात्रा करने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में इंदौर और आसपास के शहरों में जरूरी कार्य से जाने वाले मजबूरी में ई-रिक्शा और आटो रिक्शा का सहारा ले रहे हैं। यहां तक की दो पहिया वाहनों पर भी यात्रा की जा रही है। बाहर से आए ओर फसे हुए यात्री दो पहिया वाहनों पर सफर का किराया अदा कर रहे हैं। इसके लिए मूंह मांगा किराया अदा किया जा रहा है।ओंकारेश्वर जाने का किराया 5 हजार-सुबह 8 बजे देवासगेट बस स्टैंड पर यात्री औंकारेश्वर और इंदौर जाने के लिये वाहन की तलाश कर रहे थे। उन्हें पता नहीं था कि ड्रायवरों की हड़ताल के कारण बसों का संचालन बंद है। यहीं खड़े टैक्सी कार चालक ऐसे लोगों से औंकारेश्वर जाने का किराया 5000 रुपये मांग रहे थे, जबकि लौटने के भी 5000 रुपये की मांग की गई। हालांकि लोग इतने अधिक किराये में जाने को तैयार नहीं हुए।गैस टेंकरों के प्लांट पर चक्के थमें-उज्जैन के नजरपुर (घट्टिया) गैस  बाटलिंग प्लांट पर ड्राइवरों ने मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए टेंकरों को खडा कर दिया है। इससे प्लांट प्रबंधन की चिंता बढ गई है। प्लांट कल से ही बंद है, ड्राइवरों को समझाने के लिए एसडीएम, तहसीलदार, थाना प्रभारी, प्लांट के अधिकारी और उज्जैन से उच्च अधिकारी पहुँचे पर कोई निराकरण नहीं निकल पाया है। प्लांट में सभी ट्रांसपोर्टर ओर गैस एजेन्सी मालिकों को मीटिंग के लिए बुलाया। कल से कोई गैस सिलेंडर की गाड़ी बाहर नही निकल सकी है। प्लांट अधिकारियों ने ड्राईवरों से गाड़ी जमा कराने को कहा साथ ही कहा गया कि अगर प्लांट का सहयोग नहीं किया तो ड्राईवरों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। टेंकरों की चाबी जमा करने की बात पर ड्राईवरों का कहना था कि पहले सबका बकाया वेतन दिया जाए। स्थिति में बदलाव नहीं हुआ तो अगले दिनों में गैस सिलेंडर की किल्लत बन सकती है।शांतिपूर्ण आंदोलन की अपील-मंदसौर मोटर मालिक संघ ने सभी बस ड्राइवर बंधुओ से अनुरोध है कि आप सभी तत्कालीन हड़ताल में शांतिपूर्ण तरीकों से अपना विरोध दर्ज करवायें।हाईवे और मार्ग चक्का जाम जैसी कानून विरुद्ध गतिविधियों का हिस्सा ना बनेशांतिपूर्ण तरीके से शासन के सामने अपनी मांगे रखें तथा कानून के विरुद्ध कोई कार्य करके आम जनता तथा अपने लिए कोई समस्या खड़ी ना करें। हम सभी बस मालिक आपकी मांगों के समर्थन में है तथा शासन से पुनर्विचार के लिए अनुरोध कर रहे हैं। इसी तरह से ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी अपनी अपील जारी की है। इंदौर मंडी में खरीदी बंद-इंदौर मैं ड्राइवर हड़ताल के समर्थन में कृषि मंडी व्यापारियों ने मंडी में अनाज की खरीदी बंद कर दी है।  व्यापारियों के सामने पूंजी के आलावा माल के स्टॉक  और परिवहन के समस्या खड़ी हो गई है। हडताल अगर बुधवार को भी जारी रही तो उज्जैन एवं अन्य मंडियों  में भी खरीदी बंद होने की बात सामने आ रही है। वैसे वर्तमान में मंडी में कम ही उपज किसान ले कर आ रहे हैं आवक कमजोर ही चल रही है। समस्या व्यापारी के सामने मावठा और आवक उपज को रखने की आ रही है।मंदसौर में कंट्रोल रूम बना-मंदसौर प्रशासन ने ट्रक / बस ड्रायवरों के द्वारा की जा रही हड़ताल के दौरान समस्त दैनिक उपयोगी आवश्यक वस्तुओं की जन सामान्य को आपूर्ति निर्बाध रूप से बनाये रखने एवं समन्वय स्थापित करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया है। राकेश शर्मा, संयुक्त कलेक्टर को इसका जिम्मा सौंपा गया है। उनके नेतृत्व में पूरी टीम काम करेगी।उजजैन पुलिस ने जारी की सूचना-उज्जैन पुलिस ने जनहित में सूचना जारी कर बताया है कि पेट्रोल डीजल ईंधन पर्याप्त मात्रा में है, और उसकी उपलब्धता भी प्रशासन द्वारा समय-समय पर कराई जाएगी, किसी भी जरूरी वस्तु खाद्य सामग्री की कमी नहीं होने दी जाएगी । ईंधन के पांच टैंकर मांगलिया से उज्जैन के लिए पुलिस के पहरे में निकल चुके हैं, सभी पेट्रोल पंप पर जल्द ही ईंधन की पूर्ति कर दी जाएगी।उज्जैन में कंट्रोल रूम गठन -वाहन चालकों की हड़ताल को दृष्टिगत रखते हुए जिले में वाहनों के आवागमन, दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति, शांति और कानून व्यवस्था से संबंधित अन्य किसी भी प्रकार की शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए तत्काल प्रभाव से कंट्रोल रूम का गठन किया है। कंट्रोलरूम का फोन नं.- 0734-2513512 है।  उक्त कंट्रोल रूम प्रशासनिक संकुल भवन के कक्ष क्रं. 214 में चौबीस घंटे संचालित किया जायेगा।प्रशासन सख्ती पर,190 भार वाहन लायसेंस निलंबित-     क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष मालवीय ने बताया कि भारवाही वाहन चालकों को दी गई अनुज्ञप्ति की शर्तों के अनुरूप वाहन का संचालन नहीं करने पर कुल 190 लायसेंस निलम्बित किये गये हैं। यात्री बस संचालक क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकारी द्वारा स्वीकृत किये गये अनुज्ञा-पत्र की शर्तों के अनुरूप वाहनों का संचालन नहीं कर रहे हैं, जिससे आमजन परिवहन साधनों से वंचित रहे हैं। अत: इस सम्बन्ध में आरटीओ ने सर्वसम्बन्धित यात्री बस वाहन स्वामियों को निर्देश दिये हैं कि वे तत्काल अपनी यात्री बस का संचालन प्रारम्भ करें। अन्यथा मोटरयान अधिनियम-1988 की धारा-84 एवं 86 के अन्तर्गत कार्यवाही करते हुए अनुज्ञा-पत्र निरस्त/निलम्बन की कार्यवाही की जायेगी, जिसके लिये वाहन स्वामी स्वयं जिम्मेदार होंगे।

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