इंदौर के रणजीत हनुमान की प्रभात फेरी में हत्या

इंदौर। रणजीत अष्टमी पर शहर के रणजीत हनुमान मंदिर से निकलने वाली प्रभातफेरी में चाकूबाजी की घटना हो गई। इसके बाद एक युवक की हत्या हो गई। गुरुवार को रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी में करीब तीन लाख लोगों के शामिल हुए थे।

मृतक शुभम रघुवंशी अपने दोस्तों के साथ रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी गया था देखने, चाकूबाजी की हो गई वारदात

घटना अन्नपूर्णा क्षेत्र में सुबह करीब सात बजे की बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार मृतक शुभम रघुवंशी अपने दोस्तों के साथ रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी देखने गया गया था। फेरी में धक्का-मुक्की को लेकर उसका किसी से विवाद हो गया था। इसी बात को लेकर चाकूबाजी हो गई। घटना में शुभम की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
साथी शुभम को अस्पताल ले गए लेकिन शुभम की मौत हो गई।शुभम मालवा मील के समीप बिरयानी की दुकान लगाता था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि क्या यह आपसी रंजीश का मामला तो नहीं है। बताया जा रहा है कि कुछ आरोपियों की पहचान हो गई है। रणजीत हनुमान प्रभातफेरी में गुरूवार सुबह यह चाकूबाजी हुई। इस दौरान शुभम पुत्र नरेन्द्र रघुवंशी निवासी गोमा की फेल नाम के युवक को गले पर चाकू से वार किया गया। उसे उपचार के लिये अस्पताल ले जाया गया। यहां उसकी मौत हो गई। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। घटना सुबह करीब 7.30 बजे की है। इस वक्त प्रभातफेरी महू नाका से अन्नपूर्णा के रास्ते पर थी। इस दौरान हमला हुआ। इसके तत्काल बाद उसके दोस्त शुभम को लेकर जिला अस्पताल ले गए। यहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद शुभम के शव को एमवाय अस्पताल लेकर चले गए है। मामले में दो थानो की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।दोस्तों ने बताया कि जब यात्रा महू नाके पर पहुंची तो वहां काफी भीड़ हो रही थी। जिसके बाद धक्का मुक्की में पैर लगने के बाद कहासुनी हुई। इस दौरान एक युवक ने उसके गले पर चाकू से वार कर दिया। उसके गले से अचानक खून निकला तो सब घबरा गए। पुलिस ने मौके से एक युवक को पकड़ा और अपने साथ ले गई।

बिरयानी की दुकान लगाता था शुभम

शुभम मालवा मिल के पास बिरियानी की दुकान लगाता है। परिवार में एक छोटा भाई है। पिता भी शुभम के साथ ही काम में हाथ बंटाते हैं। दोस्तों के मुताबिक गुरुवार को बाबा की यात्रा में चलने की बात हुई थी। जिसके बाद वह अपने वाहनों से रणजीत हनुमान की यात्रा में शामिल होने आए थे।