उज्जैन के लिए पीछे नहीं हटूंगा अन्न त्यागने वाले संत ने कहा
– 16 नवंबर से केवल नारियल पानी से ले रहे
ब्रह्मास्त्र उज्जैन। उज्जैन को पूर्ण रूप से पवित्र नगरी घोषित करने की मांग को लेकर अन्न त्यागकर मौन रूप से आंदोलन करने वाले संत महामंडलेश्वर ज्ञानदास महाराज ने सोमवार को कहा कि वे चाहे कुछ भी हो जाए वे उज्जैन के लिए पीछे नहीं हटेंगे।
संतश्री 16 नवंबर से अन्न ग्रहण नहीं कर रहे हैं। वे रोजाना केवल नारियल पानी पीकर ही काम चला रहे हैं। दो दिन पहले उनकी तबीयत भी बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें इंदिरानगर स्थित निली क्लीनिक पर उनके अनुयायी इलाज के लिए ले गए थे। उन्हें बॉटल चढ़ाने के बाद सामान्य होने पर वापस आश्रम में लाया गया। जहां वे आपना आंदोलन जारी रखे हुए है। संत ने कहा कि जब तक कि उज्जैन को पवित्र नगरी घोषित नहीं किया जाता। शिप्रा शुद्धिकरण नहीं किया जाता है वे अन्न ग्रहण नहीं करेंगे।