उज्जैन में राम उत्सव शुरू, अंगारेश्वर में 101 ब्राह्मणों ने किया राम कीर्तन – सज रहे शहर के प्राचीन राम व हनुमान मंदिर, रामायण, सुंदरकांड व चालीसा के आयोजन होंगे
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रही भगवान श्री राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर उज्जैन में राम उत्सव शुरू हो गया है। शहर के प्रसिद्ध मंदिरों में भगवान राम से जुड़े धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। इसी क्रम में श्री अंगारेश्वर महादेव मंदिर में गुरुवार को 101 ब्राह्मणों ने श्री राम कीर्तन किया।
श्री अंगारेश्वर महादेव मंदिर के शासकीय पुजारी पंडित मनीष उपाध्याय के नेतृत्व में 101 ब्राह्मणों ने भगवान श्री अंगारेश्वर महादेव के समक्ष बैठकर एक साथ सस्वर भगवान श्री राम का कीर्तन एवं श्री राम की स्तुति की। पंडित रोहित उपाध्याय ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर भगवान का पूजन-अर्चन किया व समापन में आरती कर प्रसादी वितरित की गई।
गढ़कालिका मंदिर से 20 जनवरी को
निकलेगी धर्म जागरण कलश यात्रा
अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे भगवान श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में उज्जैन के प्रसिद्ध मां गढ़कालिका मंदिर से 20 जनवरी को विशाल धर्म जागरण कलश यात्रा निकाली जा रही है। यह यात्रा मां गढ़कालिका मंदिर की शासकीय पुजारी महंत करिश्मा नाथ के नेतृत्व में निकाली जा रही है। जो प्रात: 11 बजे मंदिर से प्रारंभ होगी। यात्रा मां गढ़कालिका मंदिर में पूजन-अर्चन के पश्चात प्रारंभ होगी जो पीपलीनाका, लाल बाई-फूल बाई मार्ग, उर्दूपुरा होकर वापस गढकालिका मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी। यात्रा में आगे तोप, 21 ढोल, नृत्य करने वाली 5 घोड़ियां, 1 बग्घी, 1 डीजे, ट्राली पर सजे रथ में भगवान श्री राम जी का विशाल चित्र निकाला जाएगा एवं महिलाएं सिर पर कलश रखकर निकलेगी।
पुजारियों में खुशी, मिला अयोध्या का निमंत्रण, प्रधानमंत्री का आभार
श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण देश के प्रमुख मंदिरों के पुजारियों को मिलना शुरू हो गया है। इसमें उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भी शामिल है। दरअसल पुजारियों को प्रतिष्ठा का आमंत्रण नहीं मिलने पर अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय जी को पत्र लिखकर निमंत्रण भेजने की मांग की थी। आमंत्रण मिलने पर पुजारी महासंघ ने प्रधानमंत्री श्री मोदी सहित सभी का आभार व्यक्त किया। पुजारी महासंघ के प्रदेश सचिव रूपेश मेहता ने कहा कि मंदिरों के सरकारी पुजारियों की अपेक्षा परंपरागत पुजारियों को आयोजनों में आमंत्रित करे। महाकाल की भस्मारती के पुजारियों को निमंत्रण नहीं मिला है। इस पर भी ध्यान दें। पुजारियों से 22 जनवरी को अपने मंदिरों में राम उत्सव मनाने का आह्वान किया गया।