बेटों से बेटियां ज्यादा संवेदन शील और जिम्मेदार – भगवती महाराज
रुनिजा। बेटियां बेटों से तुलनात्मक रूप से ज्यादा संवेदनशील और जिम्मेदार होती हैं । बेटियो को माता पिता इस प्रकार संस्कारित करे की वह जिस घर जाएं उस घर को स्वर्ग बना दे । बेटियों को पराया धन मानने की सोच भी गलत हैं । बेटियां मरते दम तक अपने पिता की दहलीज को याद करती रहती हैं । उक्त प्रवचन नानी बाई के मायरे के दूसरे दिन प्रख्यात कथाकार श्री भगवती कृष्ण महाराज ने व्यक्त किए ।
नानी बाई और पिता नरसिंह मेहता के मिलन के प्रसंग को सुनकर सभी श्रोता भावुक हो गए । पिता की विपरीत परिस्थितियों में भी बेटी जिस प्रकार अपने पिता को संबल प्रदान करती हैं..यह कार्य सिर्फ एक बेटी ही कर सकती हैं । कार्यक्रम में छोटे छोटे बच्चों के द्वारा शीतल विश्वकर्मा के निर्देशन में जब मेरे घर राम आएं भजन की प्रस्तुति दी गई तो सारा पंडाल झूम उठा । नानी बाई के मायरे की नाट्य प्रस्तुति मुकेश चौहान , शीतल , वर्षा देवड़ा आदि ने सुंदर प्रस्तुति दी । कार्यक्रम के पश्चात रूनिजा महिला मंडल के द्वारा केसर दूध वितरण किया गया और प्रसादी वितरण का लाभ गिरीश सेन ने लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जनपद अध्यक्ष सोहनसिंह गुर्जर , वर्तमान जनपद अध्यक्ष उमरावसिंह राठौर ,वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्णचंद यादव ,अरविंद व्यास उपस्थित थे।