राज्यसेवा परीक्षा में आयु की गणना एक ही तारीख से होगी
उज्जैन। दो अलग-अलग वर्षों की राज्यसेवा परीक्षा में आयु की गणना एक ही तारीख से होगी। राज्यसेवा परीक्षा 2023 में आयुसीमा की गणना 1 जनवरी 2024 से की जाएगी। इसी तरह राज्यसेवा परीक्षा-2024 में भाग लेने वालों की आयुसीमा की गणना भी इसी तारीख से होगी। अभ्यर्थियों के सामने पहली बार ऐसा मौका आया है। कुछ हैरान है तो कुछ खुश है।बीती साल की परीक्षा में जहां अभ्यर्थियों को इससे ओवरएज होने का झटका लगा था। वहीं इस साल ओवरएज होने का खतरा झेल रहे अभ्यर्थियों को राहत मिल गई है।
राज्यसेवा में भाग लेने के लिए अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयुसीमा 40 वर्ष है। आरक्षित वर्गों को पांच वर्ष की राहत दी जाती है। राज्यसेवा-2023 के विज्ञापन में पीएससी ने आयुसीमा की गणना 1 जनवरी 2024 से करने की घोषणा की थी। यानी भाग लेने वाले अभ्यर्थी की अधिकतम उम्र क्या है ये 1 जनवरी 2024 को पैमाना मान कर की जाएगी। ऐसे में कई अभ्यर्थी नाखुश थे उनकी दलील थी कि एक साल आगे की तिथी से गणना करने पर कई अभ्यर्थी बाहर हो जाएंगे। अब जब पीएससी ने राज्यसेवा 2024 घोषित की तो उसमें भी आयुसीमा की गणना 1 जनवरी 2024 से की जाएगी।अब तक अभ्यर्थी उम्मीद कर रहे थे कि बीती परीक्षा को देखते हुए इस परीक्षा में गणना 1 जनवरी 2025 से होगी। हालांकि पीएससी के इस ऐलान से उन सभी को राहत मिल गई है जो आयुसीमा में अधिकतम उम्र की देहरी पर खड़े थे और गणना के कारण बाहर होने से बच गए। पीएससी ने आयुसीमा की गणना पर स्पष्ट करते हुए कहा है कि गणना के लिए एक ही तारीख को लेने के लिए पीएससी का नियम है। दरअसल नियम के अनुसार राज्यसेवा में उम्र की गणना जब परीक्षा का विज्ञापन जारी हुआ है उसकी अगली 1 जनवरी से होती है। 2023 में दो परीक्षाएं घोषित हुई। राज्यसेवा 2023 का विज्ञापन सितंबर 2023 में जारी हुआ। राज्यसेवा 2024 का विज्ञापन भी इसी साल दिसंबर 2023 में जारी हुआ। ऐसे में अगली 1 जनवरी से आयु की गणना के नियम को देखते हुए दोनों परीक्षाओं में 1 जनवरी 2024 को पैमाना रखना पड़ा। पीएससी के ओएसडी रविंद्र पंचभाई के अनुसार बीते साल की परीक्षा घोषणा होने में कोविड के कारण देर हुई थी। इस साल परीक्षा समय पर घोषित हुई है, इसलिए अभ्यर्थियों में संशय हुआ है। अब हर साल राज्यसेवा समय पर घोषित होगी ऐसे में संशय की स्थिति नहीं बनेगी।