नशे की हालत में युवक ने क्षिप्रा में लगाई छलांग -एसडीईआरएफ जवानों ने कूदकर बचाई जान

दैनिक अवंतिका उजजैन। महाकाल दर्शन करने आए युवक ने सोमवार सुबह कपड़े पहनकर ही क्षिप्रा नदी में छलांग लगा दी। कुछ दूर तैरने के बाद उसकी सांसे फूल गई और वह डूबने लगा। घाट पर तैनात एसडीईआरएफ जवानों ने उसे देखा तो उसे बचाने के लिये कूद पड़े। युवक को बाहर निकालने पर वह नशे की हालत में होना सामने आया।
गुना का रहने वाला रमेश जाटव 20 वर्ष अपनी मां के साथ धार्मिक यात्रा पर सोमवार सुबह उज्जैन पहुंचा था। महाकाल दर्शन से पहले दोनों आस्था का नहाने करने रामघाट पहुंचे। जहां रमेश ने कपड़े उतारे बिना नदी में छलांग लगा दी। वह तैरता हुआ बीच नदी तक पहुंचा, लेकिन उसकी सांसे फूल गई और डूबने लगा। घाट पर ड्युटी कर रहे एसडीईआरएफ जवान जितेन्द्र चंदेल ने उसे देखा और बचाने के लिये कूद गया। लाईफ बाय की मदद से उसे बचाने का प्रयास किया गया, युवक नशे की हालत में था, जिसके चलते वह काफी डर गया था। जवान को अकेला देख क्षिप्रा नदी में मोटर बोट में भ्रमण करने वाले होमगार्ड के सैनिक भी पहुंच गये और युवक को बचाकर बाहर लाये। जिसे प्राथमिक उपचार दिया गया। हालत सामन्य होने पर उसे रवाना किया गया। गुना के श्रद्धालु को डूबता देख बचाने के लिये अकेली नदी में कूदने वाले जवान की जानकारी होमगार्ड/एसडीईआरएफ कमांडेंट संतोष कुमार जाट को मिली तो उन्होने युवक की जान बचाने वाले जवान को नगद राशि प्रदान कर पुरुस्कृत किया।
24 घंटे 3 शिफ्ट में तैनात है 30 जवान
कमांडेंट संतोष कुमार जाट ने बताया कि महाकाल लोक बनने के बाद बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन लाखों में पहुंच गई है। धार्मिक यात्रा शुरू करने से पहले श्रद्धालु क्षिप्रा नदी के रामघाट पर स्नान के लिये पहुंचे रहे है। उनकी सुरक्षा के लिये रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट पर होमगार्ड/एसडीईआरफ जवानों की तैनात 24 घंटे के लिये की गई है। तीन शिफ्ट में 30 जवान अपनी ड्युटी निभा रहे है। जवानों को बोट और सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराये गये है। जवान लगातार घाटों के आसपास पेट्रोलिंग करते रहते है। किसी भी श्रद्धालु को सुरक्षा की जरूरत होती है तुरंत पहुंच जाते है।

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