हवा की गति तेज-तापमान में आई कमी, बदल सकता है मौसम
उज्जैन। हवा की गति तेज होने और तापमान में आई कमी से मौसम में बदलवा के संकेत दिखाई दिये है। पहाड़ी क्षेत्र में रही बर्फबारी से आसमान में बादल छा सकते है और सात फरवरी बाद ठंडक महसूस हो सकती है। बर्फबारी से प्रदेश के कई जिलों में रविवार से मौसम बदल चुका है।फरवरी माह की शुरूआत होते ही मौसम में गर्मी आना शुरू हो गई थी। दिन-रात का तापमान बढ़ने लगा था, इस बीच उत्तर पश्चिमी भारत और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ की एक्टिविटी होना सामने आई। पहाड़ी इलाको में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया। जिसका असर मध्यप्रदेश के जिलों में दिखाई देने लगा है। मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। वही उज्जैन में रविवार को तापमान 30 डिग्री को पार कर गया था और गर्मी महसूस की जाने लगी थी। रात का तापमान भी 15 डिग्री दर्ज हुआ था, लेकिन सोमवार को अधिकतम तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट आ गई। हवा 8 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने लगी। स्थानीय जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक आरपी गुप्ता के अनुसार शहर का मौसम भी बदल सकता है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का असर 7-8 फरवरी से देखने को मिल सकता है। एक बार फिर ठंडी हवा कर रुख उत्तरी होने पर तापमान में गिरावट आ सकती है। वैसे मौसम का असर ज्यादा दिन नहीं रहेगा। 15 फरवरी बाद से फिर तापमान में तेजी आने लगेगी।
नीलगाय और समर्थन मूल्य को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन
उज्जैन। उन्हेल और आसपास के इलाकों में नीलगाय द्वारा किसानो की खड़ी फसल को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है, वहीं समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर भी किसान परेशान हो रहे है। जिसको लेकर सोमवार को किसानों ने प्रदर्शन करते हुए अपनी मांग रखी।
उन्हेल भारतीय किसान संघ से जुड़े किसान नीलगाय व समर्थन मूल्य को लेकर एकत्रित हुए, उन्होंने अपनी मांग में बताया कि नीलगाय की वजह से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है, किसान बहुत ही परेशान है ठंड के मौसम में फसल में पानी पिलाकर तैयार की लेकिन नील गायों के आतंक की वजह से सारी फसल चौपट हो रही है जिसको लेकर सरकार को ज्ञापन दिया जिसमें बताया गया कि नील गायों को जल्द से जल्द पकड़कर इस होने वाले नुकसान से बचाया जाएं। वहीं गेहूं की फसल आने पर किसानों से जो वादा किया था कि समर्थन मूल्य सहित 2700 रुपए क्विंटल में गेहूं लेंगे लेकिन पंजीयन में वही पुराना दशार्या जा रहा है जिसको लेकर किसान ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार रामविलास वाक्तालिया को ज्ञापन सौंपते हुए निवेदन किया कि जल्द से जल्द समर्थन मूल्य बढ़ाकर 2700 रुपए क्विंटल की खरीदी करें।