आसमान में बदलों की आवाजाही, तापमान में 1.2 डिग्री की गिरावट
दैनिक अवंतिका
उज्जैन। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ते ही हवा का रूख बदलने से प्रदेश के मौसम में बदलाव आने लगा है। बादलों की आवाजाही बढ़ गई है और अधिकतम तापमान में गिरावट आने लगी है। बुधवार को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के तापमान में 1.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। शाम ढलने के बाद ठंडी हवा से ठंडक महसूस होने लगी थी।
जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि पिछले दिनों पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हुई थी, अब पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ने लगा है और हवा के रूख में बदलाव आया है। जिससे शहर के आसमान में बादलों की आवाजाही दिखाई देने लगी है। पिछले दिनों अधिकतम तापमान 30 डिग्री को पार कर गया था। जिसमें 2 दिनों से गिरावट आ रही है। बुधवार को तापमान 26.5 डिग्री दर्ज हुआ है, जो मंगलवार को 27.7 डिग्री था। न्यूनमत तापमान में भी मामूली गिरवाट आई है। बादल होने पर दिन का तापमान कम और रात का अधिक दर्ज होगा। मौसम साफ होते ही न्यूनतम तापमान में कमी आयेगी। हवा की रफ्तार 6 किमी. प्रतिघंटे की बनी हुई है। सुबह कोहरा भी दिखाई देने लगा है। मौसम वैज्ञानिको के अनुसार वर्तमान में पंजाब और उससे लगे पाकिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। वहीं दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात सक्रिय है। इस चक्रवात से लेकर कर्नाटक तक एक द्रोणिका बनी हुई है और पश्चिमी जेट स्ट्रीम उत्तर भारत से लेकर मध्य प्रदेश तक बना हुआ है। इसके चलते हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पचिमी हो गया है। दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से कर्नाटक तक द्रोणिका बनी रहने से अरब सागर से कुछ नमी मिलने लगी है कई जिलों में बादल रह सकते हैं।
13-14 फरवरी को बनने का निम्न दबाव का क्षेत्र
मध्य प्रदेश मौसम विभाग के मुताबिक अगले हफ्ते 13 और 14 फरवरी को हवा का महाराष्ट्र में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता दिखाई दे रहा है और उड़ीसा में उच्च दबाव का क्षेत्र बन रहा है, ऐसे में ग्वालियर-चंबल अंचल में बादल छा सकते हैं और कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। फरवरी के आखिरी सप्ताह यानि 15-20 फरवरी के बाद फिर रात के तापमान में 5 से 8 डिग्री तापमान की वृद्धि होगी। खास करके राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, ग्वालियर, भिंड, मुरैना और श्योपुर में भी तापमान बढ़ेगा।