महाकाल लोक बनने के बाद महाकाल हो रहे हैं हर वर्ष अरबपति

उज्जैन। नए साल के पहले दिन बाबा महाकाल के दर्शनार्थियों का जहां सैलाब उमड़ा था। वहीं पिछले वर्ष महाकाल की कुल कमाई डेढ़ अरब से ऊपर है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। नए वर्ष के अवसर पर प्रबंध समिति की ओर से सुलभ दर्शन की व्यवस्था की गई थी। इसलिए सभी को बिना असुविधा और परेशानी के अच्छे से दर्शन हुए। वही प्रक्रिया इस बार महाशिवरात्रि 8 मार्च को दोहराई जा सकती है। बता दें कि नववर्ष के एक माह 10 दिन यानी 1 जनवरी से 10 फरवरी तक 1 करोड़ 20 लाख भक्तों ने दर्शन किए हैं। वहीं पिछले वर्ष 1 जनवरी 2023 से 1 जनवरी 2024 तक महाकाल की आमदनी में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी हुई है।

1 जनवरी 2023 से 1 जनवरी 2024 तक प्राप्त आय।-शीघ्र दर्शन- 440829625 -गर्भगृह जल अर्पण- 94582990
-भेंट पेटी से प्राप्त अर्पण राशि-424109911-भस्म आरती अनुमति-101837600
-अन्य स्रोतों से प्राप्त राशि-123568500
-लड्डू प्रसाद के विक्रय से प्राप्त राशि-512445005

कुल प्राप्त राशि-1,69,73,73,631 नोट- जानकारी मंदिर प्रबंध समिति के अनुसार है। महाकाल लोट बनने के बाद महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। महाशिवरात्रि पर्व के लिए महाकाल मंदिर में तैयारी चल रही है इस वर्ष महाकाल मंदिर में शिवरात्रि पर्व पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। श्रद्धालुओं को को इस वर्ष महाकाल में नवनिर्मित टनल से बाबा महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे।