लापता हुई बालिका 7 घंटे बाद आदिवासी डेरे में मिली
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) भील परिवार की 6 वर्षीय बालिका गुरूवार दोपहर को लापता हो गई थी। परिजनों ने शाम 4 बजे पुलिस को अवगत कराया। बालिका की तलाश शुरू की गई और 7 घंटे बाद उसे आदिवासी डेरे से सकुशल बरामद कर लिया गया। खाचरौद थाना प्रभारी नरेन्द्र बहादूरसिंह परिहार ने बताया कि शाम 4 बजे ग्राम रामातलाई में रहने वाले कन्हैयालाल भील ने आकर बताया कि सुबह 9 बजे पत्नी के साथ काम करने के लिये कस्बे में गया था। झोपड़ी में 6 वर्षीय बेटी को छोड़ गये थे। दोपहर 12 बजे वापस लौटे तो बेटी नहीं थी। आसपास सभी जगह तलाश कर लिया गया है। मासूम बालिका के लापता होने की खबर एसडीओपी पुष्पा प्रजापति को मिली तो उन्होने बालिका की तलाश के लिये तत्काल एसआई नानकराम पटेल, एएसआई हरिओम यादव, प्रधान आरक्षक उम्मीदराम, आरक्षक मुकेश गोयल, विशाल मेवाड़ा, रवि बैरागी, कृष्णा बैरागी की टीम को तलाश के लिये रवाना किया। रामा तलाई से खाचरौद मार्ग पर र्इंट भट्टे वालों से पूछताछ की गई। उन्होने बताया कि सुबह 11.30 बजे रावला खाचरौद की ओर जाते देखा गया था। पुलिस उक्त स्थान पर पहुंची ओर पुराने बस स्टेंड पर फल-फ्रूट बेचने वालों से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान सामने आया कि एक बालिका को पैदल रेलवे स्टेशन की ओर जाते देखा गया। पुलिस टीम उक्त रास्ते पर दौड़ पड़ी और आसपास तलाश शुरू की गई। पुलिस ग्राउंड के पास आदिवासी लोगों के डेरों में सर्चिंग की गई। जहां बालिका घूमते हुए मिल गई। जिसे सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया गया। थाना प्रभारी परिहार ने बताया कि पुलिस टीम ने करीब 7 घंटे तक बालिका की तलाश करने के बाद उसे बरामद किया है। बालिका की तलाश के दौरान वह अकेली पैदल जाती हुई दिखाई देना सामने आई थी।