उज्जैन जिले में साढ़े नौ हजार विद्यार्थियों की अटकी छात्रवृत्ति
तीन माह से अधिक समय से सुधार रहे बैंक खातों की गड़बड़ी
वर्ष 2022-23 की छात्रवृत्ति के लिए भटक रहे…..23-24 के लिए तो प्रक्रिया ही शुरू नहीं
उज्जैन। उज्जैन जिले के सरकारी स्कूलों के करीब साढ़े नौ हजार विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिल सकी है। हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों का यह कहना है कि बैंक खातों की गड़बड़ी
होने के कारण संबंधित विद्याथियों को छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं हो सका है लेकिन बताया गया है
कि विगत तीन माह से विभागीय अमला बैंक खातों की गड़बड़ी सुधारने का काम कर रहा है लेकिन ये गड़बड़ी सुधारी नहीं जा सकी। इसके पीछे कारण परीक्षाएं शुरू होना है। बता दें कि साढ़े नौ हजार
विद्यार्थियों की यह छात्रवृत्ति वर्ष 22-23 की है वहीं 23-24 वर्ष के लिए प्रक्रिया ही शुरू नहीं हो सकी है।
इधर शिक्षा विभाग के सूत्र यह भी स्वीकार करते है कि मौजूदा सरकार की विभिन्न योजनाओं पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है और यही कारण है कि अन्य शहरों के साथ ही उज्जैन जिले में भी नौ हजार से अधिक विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति नहीं मिल सकी है। हालांकि विभागीय अधिकारी यह दावा कर रहे है कि विभाग की तरफ शिक्षा पोर्टल पर विद्यार्थियों के बैंक खातों से लेकर नामों की सूची अपडेट की जा रही है लेकिन बताया गया है कि यह काम भी बीते तीन माह से जारी है। इसी बीच बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने से अपडेट करने का काम भी अटक गया है। गौरतलब है कि पहली से 12वीं कक्षा के अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को शासन की तरफ से छात्रवृत्ति दी जाती है और स्कूली बच्चों के लिए सरकार की तरफ से बीस तरह की योजनाओं का संचालन किया जाता है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इन योजनाओं के तहत विद्यार्थियों को पचास रुपए से लेकर पांच सौ पचास रूपए तक की छात्रवृत्ति दी जाती है। इनमें अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति, अनुसूचित जनजाति छात्रवृत्ति, पितृहीन कन्याओं की छात्रवृत्ति, प्री- पोस्ट मैट्रिक योजना, सुदामा प्री-मैट्रिक योजना, स्वामी विवेकानंद पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, इकलौती बेटी को शिक्षा विकास छात्रवृत्ति जैसी योजनाएं प्रमुख रूप से शामिल है। जिनमें उज्जैन जिले के पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ मिलता है। अभी वर्ष 2022-23 की छात्रवृत्ति इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को नहीं मिल सकी है जबकि वर्ष 2023-24 के लिए प्रक्रिया को शुरू नहीं किया जा सका है।
इनका कहना है
बैंक खातों को अपडेट करने का काम किया जा रहा है और जल्द ही खातों को अपडेट कर संबंधित विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिल जाएगी। अभी जिले भर में साढ़े नौ हजार विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिल सकी है।
– गिरीश तिवारी एडीपीसी राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान