सालों से रूकी थी प्रक्रिया, पुलिस ने तैयार की योजना सालों से थानों में खड़े वाहनों की लोकसभा बाद होगी नीलामी

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) लंबे समय से थाना परिसरों में खड़े भंगार होते वाहनों को लेकर पुलिस ने नीलामी की तैयारी शुरू कर दी है। लोकसभा चुवानों के बाद वाहनों को नीलाम किया जाएगा। जिससे होने वाली आय से लाखों लाभ पुलिस विभाग को मिलेगा।  इन दिनों शहर के अधिकांश थाना परिसर भंगार होते वाहनों का कबाड़ खाना बने दिखाई दे रहे है। हालत यह है कि परिसर में अपराधों के दौरान जप्त किये जाने वाले वाहनों को खड़ा करने की जगह नहीं बची है। जिसके चलते वाहनों का पहाड़ भी लगा देखा जा सकता है। इन वाहनों में ट्रक, कार, जीप से लेकर सभी प्रकार के दो पहिया वाहन शामिल है। जो करीब 20 साल पुराने हो चुके है। वाहनों की भंगार होती हालत के बीच जंगली पौधों ने अपना बसेरा भी बना लिया है। कानूनी प्रक्रिया के चलते वाहनों का निकाल सालों से नहीं हो पाया है। 17 फरवरी को पुलिस कप्तान के रूप में प्रदीप शर्मा ने जिले की कमान संभाली, वह थानों का लगातार भ्रमण कर रहे है। उन्होने जप्ती के वाहनों की हालत देखी तो मामला संज्ञान में लिया और पुलिस से ऐसे वाहनों की जानकारी एकत्रित करने को कहा जिनके मामलों का निराकरण कोर्ट से हो चुका है। कप्तान के निर्देश पर पुलिस ने जप्त वाहनों का रिकार्ड खंगालना शुरू कर दिया है। एसपी ने चर्चा के दौरान बताया कि ऐसे वाहनों की नीलामी प्रक्रिया आगामी लोकसभा चुनावों के बाद शुरू की जा सकती है। जिसकी योजना तैयार की जा रही है। सबसे अधिक वाहन चिमनगंज-नीलगंगा थाने में अपराधों, अवैध कारोबार, दुर्घटनाओं में जप्त वाहनों की सबसे अधिक सं या चिमनगंज और नीलगंगा थाने में होना सामने आई है। चिमनगंज थाने में दो पहिया और चार पहिया वाहनों के साथ ट्रक भी शामिल है। नीलगंगा थाने में दो पहिया और चार पहिया वाहनों की सं या सबसे अधिक है। शहर के थानों में जप्त वाहनों की 2 हजार के लगभग है। जिसमें एक हजार से अधिक दो पहिया वाहन, 650 के लगभग चार पहिया वाहन और अन्य बड़े वाहन है, जो नीलामी की श्रेणी में शामिल होना बताए जा रहे है। करोड़ो की कीमत के वाहनों का समय पर निराकरण होता तो अच्छा राजस्व पुलिस विभाग को प्राप्त होता, लेकिन नीलामी प्रक्रिया में देरी होने के चलते अब भंगार वाहनों से आय का स्त्रोत भी कम हो गया है।  कई ऐसे वाहन जिन्हे लोग लेने नहीं पहुंचे  थाना परिसर में सालों से खड़े कई वाहन ऐसे है, जिन्हे वाहन मालिक लेने ही नहीं पहुंचे है। पुलिस उनसे भी संपर्क करने का प्रयास करेगी। जानकारी सामने आई है कि ऐसे वाहनों में शामिल कुछ लोगों का घटना, दुर्घटना में निधन भी हो चुका है, जिनके परिजनों ने उक्त वाहनों को लेने का प्रयास भी नहीं किया। कुछ वाहन ऐसे अपराधों में है, जिनके मालिको को सजा हो चुकी। कई वाहन चोरी में बरामद किये गये है, उनके मालिको का पता भी पुलिस द्वारा लगाया जा रहे है।