शंकर ने क्या टिकिट को लेकर हार मान ली ? विजयवर्गीय के बयानों से लालवानी हुए मायूस , केंद्रीय मंत्री के चुनाव लड़ने का राज भी खोल दिया
इंदौर। नगरी एवं प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के लगातार बयानों से अब शंकर लालवानी मायूस नजर आ रहे हैं। वह जैसे तैसे टिकट की आस को लेकर इंदौर में सिंधी समाज से लेकर अन्य समाज तक अपना स्वागत सत्कार करवाने में जुटे हुए है। वे यह दिखाने की पूरी कोशिश कर रहा है कि उनको लेकर लोगो में कोई भी गुस्सा नही है।
राजनीतिक तौर पर भी उन्हें इस समय किसी का सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में वह अब समाज और आम जनता के बीच जाकर केंद्रीय नेतृत्व अपना संदेश पहुंचाने में लगे है।
कैलाश विजयवर्गीय ने फिर से संकेत दिया कि भाजपा इंदौर लोकसभा सीट के लिए किसी नए नाम का ऐलान कर सकती है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के चुनाव लड़ने के संकेत दिए। इसके पहले उन्होंने कहा था कि किसी महिला को लड़ाया जा सकता है। कैलाश विजयवर्गीय कई बार अपनी बात को हल्के-फुल्के अंदाज में कहते रहते है, लेकिन उसमें राजनीतिक रूप से वजन रहता है।
इसलिए विजयवर्गीय की बातों को टाला नहीं जा सकता। म.प्र. की 29 में से 5 सीट होल्ड पर हैं। अब तक यह बात सामने आ रही है कि महिलाओं को टिकट दिए जाने की वजह से यहां नाम घोषित नहीं किए हैं। इससे इंदौर में भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दिव्या गुप्ता, दुर्गा वाहिनी आदि संगठनों से जुड़ीं माला ठाकुर व आयुषी देशमुख के नाम दावेदारों के तौर पर सामने आए। अब दिल्ली से केंद्रीय मंत्री का नाम सामने आ रहा है। पहला नाम विदेश मंत्री जय शंकर का है।
महिला कोटा होने पर निर्मला सीतारमण का नाम भी सामने आ रहा है। इन बड़े नामों को लेकर स्थानीय भाजपा में चर्चाएं जोरों पर हैं। कहना है कि इंदौर सुरक्षित सीट है, इसलिए बड़े नेता को यहां से चुनाव लड़ाया जा सकता है। जाहिर है टिकट का फैसला भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में ही होगा। हालांकि इतना तय लग रहा है कि शंकर लालवानी का टिकट फिलहाल लटक गया है।