लोकसभा चुनाव के पहले चुन्नू भैया ने दिया कांग्रेस को झटका, पहले भारती और अब भैया…लोकसभा में होगा स्थानीय राजनीति में असर
ब्रह्मास्त्र उज्जैन
लोकसभा चुनाव के ऐन वक्त पर चुन्नू भैया अर्थात पंडित योगेश शर्मा ने कांग्रेस को झटका देते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है। वे सुरेश पचौरी गुट के माने जाते है। बता दें कि इसके पहले सिंधिया गुट के खासमखास माने जाने वाले राजेन्द्र भारती ने भी सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद तुरंत ही राजेन्द्र भारती ने भी कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी को ज्वाइन कर लिया था।
चुन्नू भैया और राजेन्द्र भारती कभी उज्जैन की छात्र राजनीति में सक्रिय हुआ करते थे वहीं सूबे के सीएम डॉ. मोहन यादव भी छात्र राजनीति की धुरी थे। अब राजेन्द्र भारती के साथ ही चुन्नू भैया ने भी जब बीजेपी का दामन थामा है तो निश्चित ही इसका असर जातिगत समीकरण के रूप में लोकसभा चुनाव के दौरान उज्जैन की स्थानीय राजनीति में दिखाई देना ही है। यहां उल्लेखनीय है कि योगेश शर्मा ब्राह्मण समाज से है और जब वे बीजेपी में आ ही गए है तो समाज के वोटों को बीजेपी की तरफ रुख कराने में बीजेपी उनका इस्तेमाल करेगी ही। इसके अलावा महंत उमेश नाथ महाराज को बीजेपी ने पहले ही राज्यसभा पहुंचा दिया है तो वे भी संत समाज के वोटों को बीजेपी की तरफ भले ही अप्रत्यक्ष रूप से खींचेंगे तो सही। लिहाजा लोकसभा चुनाव में संत उमेशनाथ के साथ ही राजेन्द्र भारती और चुन्नू भैया की भूमिका को कम नहीं आंका जा सकता है। इसके अलावा राजनीति का यह तासीर रही है कि भले ही किसी राजनीति दल में रहे हो जैसे ही दल की बदली होती है पुराने दल के खिलाफ विरोधी बयान देने की शुरूआत हो जाती है। चुन्नू भैया और राजेन्द्र भारती बीजेपी के होकर बीजेपी के लिए कार्य करेंगे और बीजेपी उम्मीदवार के लिए जी जान भी लगाएंगे। दोनों ही नेताओं का वर्चस्व अपने अपने क्षेत्रों व जातिगत समीकरण में माना जा रहा है और इसका खामियाजा कांग्रेस को सामने आएगा यह चर्चा अब शहर की राजनीति के गलियारों में होने लगी है।