खुसूर-फुसूर

दैनिक अवन्तिका ब्रह्मास्त्र बुलेटिन …उज्जैन  मंदिर समिति में पुलिस अधिकारी भी हो मंदिर प्रबंध समिति में वर्तमान में प्रशासन की और से ही कर्मचारी और अधिकारी हैं। भीड नियंत्रण के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाओं और सुरक्षा की स्थिति को लेकर ऐसे में प्रबंधन का अभाव सामने आता रहता है। मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य के रूप में पुलिस अधीक्षक सदस्य हैं लेकिन मंदिर की रोजमर्रा के काम में मंदिर के सहायक प्रशासकों में एक भी अब तक पुलिस सेवा से नहीं लिया गया है,जबकि प्रबंधन के लिए बैंक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी को लिया गया है। अमूमन हर आम अवसर पर भीड नियंत्रण एवं सुरक्षा सहित अन्य कई ऐसे मुद्दों को लेकर पुलिस अधिकारी की सेवाओं की कमी मंदिर की व्यवस्थाओं में खलती रही है। मंदिर में सुरक्षा का काम देखने वाली एजेंसी भी अपने मान से ही काम करती है। सुरक्षा के मानदंडों का पालन करवाने और उनके कर्मियों का पर्याप्त उपयोग की स्थिति का प्रबंधन देखने को नहीं मिलता है। आए दिन ये हाल देखे जाते हैं । सुरक्षा को लेकर तो कई बार सवाल उठते रहे हैं। मंदिर के हल्कों में बराबर यह खुसूर –फुसूर है कि मंदिर प्रबंध समिति के सहायक अधिकारियों में सुरक्षा और उसके प्रबंधन को लेकर निरीक्षक स्तर के अधिकारी को प्रतिनियुक्ति पर लिया जाना चाहिए। साथ ही मंदिर में अलग-अलग शाखाओं के लिए उनसे संबंधित विषयों के विभागों से योग्यता के मापदंड पर अधिकारी को लाया जाना चाहिए। सुरक्षा और भीड प्रबंधन मंदिर का अहम हिस्सा है इसके लिए तो हर हाल में योग्य पुलिस अधिकारी की नियुक्ति मंदिर में सहायक प्रशासक सुरक्षा के पद नाम से की जाना ही चाहिए। इससे मंदिर के अन्य अधिकारियों का समय भीड प्रबंधन एवं सुरक्षा के मुद्दों से परे होगा और वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर संपादित करते हुए नवाचार कर सकेंगे।