शिक्षकों को अब मूल्यांकन कार्य में लानी होगी तेजी, अब मात्र 9 दिन में दसवीं और बारहवीं की एक लाख 10 हजार कॉपियां है जाँचनी

इंदौर। बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन को लेकर शुरू से ही इस बार ढिलाई देखी गई। कई दिनों तक जांचकर्ताओं की उपस्थिति ही पूर्ण रूप से नजर नहीं आई। इसी के चलते कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं के बाद अब 22 मार्च तक मूल्यांकन कार्य पूरा करना होगा, ताकि तय समय पर परिणाम जारी हो सके। लेकिन मूल्यांकनकर्ता की कमी के चलते कॉपियां जांचने का लक्ष्य हर दिन बढ़ते जा रहा है। मूल्यांकन केंद्र मालव कन्या उमावि में अब तक एक लाख 99 हजार 440 कापियां अन्य जिलों से जंचने के लिए आई हैं। इसमें से अब तक 63 हजार कापियों की जांच ही हो पाई है। बता दे कि मूल्यांकन कार्य 22 फरवरी से शुरू हो गया था। अफसरों की मानें तो मूल्यांकन कार्य समय पर पूरा कर लिया जाएगा।

जानकारी के अनुसार माशिमं की दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं की कापियों को जांचने के लिए 800 शिक्षकों को मूल्यांकनकर्ता बनाया गया है। किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसलिए जिन 20 कक्षों में मल्यांकन कार्य किया जा रहा है। सभी में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। 22 फरवरी को मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ था। अब तक इन 19 दिनों में 63 हजार कापियों को ही जांचा गया है। वहीं अब 9 दिनों में एक लाख 36 हजार 439 कापी जांची जानी है। ऐसे में हर दिन 11 हजार से अधिक कापियों का मूल्यांकन करना होगा।
जानकारी के अनुसार वर्तमान में 800 में से 273 मूल्यांकनकर्ता ही कापियां जांचने के लिए आ रहे है। ऐसे में तय समय पर कापियों का मूल्यांकन होना मुश्किल है। मूल्यांकन केंद्र प्रभारी बबीता हयारण ने बताया कि लक्ष्य के अनुसार ही कापियों का मूल्यांकन किया जा रहा है। समय पर कापियां जांच ली जाएंगी। इसके बाद डाटाशीट मुख्यालय भेजी जाएगी, ताकि समय पर अंकसूची तैयार हो सके। जरूरत और विषय के अनुसार मूल्यांकनकर्ताओं की संख्या भी बढ़ा रहे है।