इंदौर- उज्जैन के बीच बसेगा नया शहर : 22 गांव और जोड़कर अब बनाएंगे ग्रेटर इंदौर , जून में जारी होगा मास्टर प्लान का प्रारूप

 

इंदौर। अब इंदौर और उज्जैन के बीच एक नया शहर बसेगा। शहर के विकास को लेकर शुक्रवार को भोपाल में एक बड़ी बैठक हुई। इसमें एनएचएआई द्वारा बनाए जा रहे बायपास को ग्रेटर इंदौर कॉरिडोर नाम देते हुए मास्टर प्लान का हिस्सा बनाने और इसके आसपास ग्रेटर इंदौर के निर्माण का फैसला लिया गया है। ग्रेटर इंदौर- इंदौर, पीथमपुर, देवास व उज्जैन के बीच नया शहर होगा। बैठक की अध्यक्षता मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने की। मंत्री विजयवर्गीय ने बताया कि मास्टर प्लान का नया प्रारूप जून में जारी किया जाएगा।

अवैध कालोनियों को रोकने बनेगा नया नियम

प्रदेश में अवैध कालोनियों को रोकने के लिए राज्य सरकार जल्द ही नगरीय निकाय और गांव में कामन बिल्डिंग परमिशन (एक जैसी भवन अनुज्ञा) की व्यवस्था लागू करेगी। गांव और शहर में एक जैसी भवन अनुज्ञा के लिए नए यूनिफार्म (एकरूप) नियम लाए जाएंगे, इससे अवैध कालोनियों के नियम और सख्त होंगे।

जनता से रायशुमारी के बाद आएगा नया मास्टर प्लान

मंत्री विजयवर्गीय इंदौर के विकास को लेकर मंत्रालय में हुई बैठक के बाद मीडिया को बैठक की जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इंदौर और भोपाल को रिसीविंग जोन बनाया जाएगा और 24 मीटर या इससे अधिक चौड़ी सड़कों को लेकर जनरेटिंग जोन बनाया जाएगा, इन सड़कों का 0.5 एफएआर भी बढ़ाया जाएगा। भोपाल के मास्टर प्लान को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि भोपाल मास्टर प्लान के लिए हम जनता से रायशुमारी करेंगे और इसके बाद ही मास्टर प्लान लाएंगे।

सभी एजेंसियों को मिलकर काम करने की जरूरत

उन्होंने कहा कि इंदौर शहर के सुनियोजित विकास के लिए सभी निर्माण एजेंसियों को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने शहर के सभी विकास कार्यों को टाइम-फ्रेम में पूरा किए जाने के भी निर्देश दिए।

इंदौर के विकास के लिए बनाई जा सकती है टीडीआर काउंसिल

विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर शहर के तेजी से विकास के लिए टीडीआर (ट्रांसफरेबल डेवलपमेंट राइट) काउंसिल बनाई जा सकती है। इसमें नगर निगम और नगर तथा ग्राम निवेश के अधिकारियों को शामिल किया जा सकता है। शहर के विकास के साथ व्यवस्थित ट्रैफिक होना भी जरूरी है। इसके लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान बनाने के लिए अनुभवी कंपनी को हायर किया जा सकता है। उन्होंने नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं देने के साथ इंदौर शहर में स्वास्थ्य सुविधा के विस्तार के लिए संजीवनी क्लीनिक के विस्तार पर भी जोर दिया।