शासन की सख्ती का असर नही दिखा शिक्षको पर, कापियां जांचने में भारी लापरवाही, आखिर कैसे होगा 15 अप्रैल को रिजल्ट घोषित

इन्दौर। माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा की कॉपियां धीमी गति से जंच रही हैं। शिक्षा विभाग में मूल्यांकन कर्ताओं की कमी के चलते अब तक 1 लाख कॉपियां भी नहीं जांची हैं। दो चरणों में 2 लाख 73 हजार 400 कॉपियां जंचने के लिए समन्वयक संस्था शासकीय मालव कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंची हैं।
कल तक 96 हजार 717 कॉपियां जांची गई हैं और 370 शिक्षकों की उपस्थिति कल रही थी। मंडल ने 15 अप्रैल को रिजल्ट घोषित करने की तैयारी की है। लोकसभा चुनाव के चलते इस बार मंडल ने फरवरी माह में ही दोनों कक्षाओं की परीक्षा ली थी। कुछ प्रश्न पत्र मार्च में भी हुए। 22 फरवरी से मूल्यांकन कार्य भी शुरू हो गया था, मगर अब तक 96 हजार 700 कॉपियां ही जांची गई।
मूल्यांकन केंद्र प्रभारी बबीता हयारण ने बताया कि मूल्यांकन में लगे शिक्षकों की संख्या फिलहाल कम है। अन्य परीक्षााएं भी चल रही थीं। अब तेजी से मूल्यांकन कार्य किया जाएगा। कल 370 शिक्षक कॉपी जांचने केंद्र पहुंचे। दूसरे चरण की कॉपियां पिछले दिनों आई हैं।
मंडल के अनुसार 15 अप्रैल को 10वीं, 12वीं का रिजल्ट घोषित होगा, मगर मूल्यांकन धीमा होने से रिजल्ट में देरी हो सकती है। इधर 9वीं, 11वीं की परीक्षा भी चल रही है और अलग केंद्रों पर मूल्यांकन शुरू किया गया है। ऐसे में शिक्षकों पर अतिरिक्त भार काम का आ गया है।
मूल्यांकन में लगे शिक्षकों का कहना है कि अधिकारी तय समय में काम पूरा करने के निर्देश देते हैं, लेकिन शिक्षकों की संख्या कम होने व काम अधिक होने से कई बार तय समय में काम पूरा नहीं हो पाता है।

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