अब नजर नहीं आएंगे ’नेताजी’…. – न बधाई दे सकेंगे और न बधाई ले सकेंगे….सक्रिय हुआ निगम का अमला

उज्जैन। शहर के प्रमुख चौराहों  या प्रमुख मार्गों पर लगे खम्बों पर अब शहर के ’नेताजी’ नजर नहीं आएंगे….!   न वे किसी से अपने जन्मदिन की बधाई ले सकेंगे और न किसी अपने समर्थक या खास को ही जन्मदिन या फिर शादी की सालगिरह की बधाई ही दे सकेंगे…! इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर लगे राजनीतिक होर्डिंग बैनरों पर भी ’राजनेताओं’ की ’चमक’ नजर नहीं आएगी क्योंकि नगर निगम का अमला आचार संहिता लगते ही सक्रिय हो गया है।
आचार संहिता लगने के बाद से ही नगर निगम का अमला सक्रिय हो गया है और शहर भर में लगे होर्डिंग, पोस्टर्स आदि को हटाने की कार्रवाई को शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि शहर के राजनेताओं के साथ ही सामाजिक संगठनों आदि द्वारा विभिन्न स्तरों पर बैनर, पोस्टर्स या होर्डिंग्स लगाए जाते है लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद ही इन्हें हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। होर्डिंग, पोस्टर्स आदि के साथ ही कई कॉलोनियों के बाहर भी जो प्रवेश दरवाजे है उन पर भी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं या जनप्रतिनिधियों के फोटो व नामों को लिखा गया है लेकिन अब इन पर भी पुताई की जा रही है।  निगम आयुक्त  आशीष  पाठक ने निर्देशित किया है कि नगर निगम का प्रत्येक अधिकारी कर्मचारी आचार संहिता के दिशा निर्देशों का व्यक्तिशः अध्ययन करते हुए उसका अक्षरशः पालन सुनिश्चित करे। किसी भी अधिकारी कर्मचारी की किसी भी प्रकार की गतिविधि से आचार संहिता का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। इसके पालन के लिए समस्त अधिकारी कर्मचारी स्वयं जवाबदेह होंगे।  आयुक्त श्री  पाठक ने सम्पत्ति विरूपण की कार्यवाही तत्काल आरंभ करने के निर्देश दिए, जिसके पालन में शनिवार आचार संहिता लागु होने के साथ ही कोठी रोड़, देवास रोड, फ्रीगंज पुल, चामुण्डामाता चौराहा इत्यादि के साथ ही अन्य क्षैत्रों में सम्पत्ति विरूपण की कार्यवाही आरंभ की गई और विभिन्न फ्लेक्स होर्डिंग इत्यादि हटाए गए साथ ही दीवारों पर की गई बालपेेंटीग पर भी पेंट किया गया, यह कार्यवाही जारी रहेगी।