चुनाव जीतने का जतन, सीएम के साथ भोजन, मुख्यमंत्री निवास भोपाल में भोज की राजनीति, आज ग्रामीण भाजपाइयों को बुलाया
ब्रह्मास्त्र. उज्जैन
मध्यप्रदेश सरकार करीब चार हजार करोड़ रुपए के कर्ज में डूबी हुई है, लेकिन लोकसभा चुनाव में इस बार प्रदेश की सभी सीटें जीतने का ख्वाब कर्ज की चिंता पर भारी हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि इस बार भारतीय जनता पार्टी 400 से ज्यादा सीटें जीतेगी। इस दावे को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार ने सीएम हाउस में भोज की राजनीति का पन्ना खोल दिया है।
मुख्यमंत्री निवास में नगर बीजेपी के नेताओं के साथ सीएम डॉ. मोहन यादव ने रात्रि भोजन किया। भोजन की टेबल पर आला नेताओं ने यह टारगेट भी दे दिया है कि सभी 29 सीटें जीतना है। सोमवार दोपहर को संगठन के नेताओं ने नगर भाजपा के नेताओं और पार्षदों को भोजन पर बुलाया। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित हितानंद शर्मा ने नेताओं को एकजुटता से चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया। बैठक उपरांत रात 10 बजे तक सीएम हाउस में भोजन की टेबल पर चुनावी चर्चा भी होती रही। भोज पर उन नेताओं को भी बुलाया गया था, जो सीएम के विरोधी माने जाते हैं। सीएम डॉ. यादव ने भी सभी के साथ फोटो सेशन कराया ताकि चुनाव का युद्ध लड़ने से पहले आपसी कड़वाहट को दूर किया जा सके।
आज ग्रामीण क्षेत्र के नेताओं के दूर करेंगे गिले शिकवे
भोपाल में सीएम हाउस में आज भी ग्रामीण क्षेत्र के नेताओं से मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बातचीत कर गिले शिकवे दूर करने की कोशिश करेंगे। सीएम सभी जिलों के नेताओं के साथ चुनाव से पहले भोज पर बुलाने की तैयारी में हैं।
हजार 500 करोड़ तक पहुंचा कर्ज
* इस वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रदेश सरकार 27500 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है।
* सरकार ने 20 फरवरी को बाजार से पांच हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया।
* आरबीआई के माध्यम से गवर्मेन्ट सिक्युरिटीज का विक्रय कर यह कर्ज कुल तीन हिस्सों में लिया गया।
* पहला कर्ज 1,500 करोड़ 16 वर्ष के लिए लिया गया।
* 1,500 करोड़ राशि का दूसरा कर्ज 20 वर्ष के लिए लिया गया।
* 2000 करोड़ का तीसरा कर्ज 21 वर्ष में चुकाया जाएगा।
* तीनों कर्ज पर साल में दो बार कूपन रेट पर ब्याज का भुगतान किया जाएगा।
* 31 मार्च 2023 की स्थिति में सरकार पर 3 लाख 31 हजार करोड़ रुपए से अधिक कर्ज था।
* 5 हजार करोड़ के नए कर्ज को मिला लिया जाए तो कुल कर्ज राशि 32 हजार 500 करोड़ रुपए हो गई है।